
यूपी के बहराइच में बड़ा हादसा, कौड़ियाला नदी में नाव पलटी, 17 लापता, एक का शव मिला

संक्षेप: यूपी के बहराइच में बुधवार की शाम बड़ा हादसा हो गया। सुजौली थाना क्षेत्र में कौड़ियाला नदी में नाव पलट गई। इससे नाव पर सवार 26 में से 17 लोग नदी में लापता हो गए हैं। सभी लोग भरथापुर गांव के हैं और लखीमपुर जनपद बाजार खरीदारी करके लौट रहे थे।
बहराइच के थाना सुजौली क्षेत्र अंतर्गत कतर्नियाघाट के ट्रांस गेरुआ के जंगल में बसे देश के अंतिम गांव भरथापुर में 26 यात्रियों से भरी एक नाव कौड़ियाला नदी में पलट गई। इससे इसमें सवार 17 लोग लापता हो गए हैं। सात लोग सुरक्षित हैं। रात होने के कारण रेस्क्यू का काम शुरू नहीं हो पाया है इसलिए बाकी का पता नहीं चल रहा। सभी लापता जंगल के बीच बसे भरथापुर गांव तहसील मिहींपुरवा बहराइच के निवासी है। उधर देर रात एक शव बरामद हुआ है। घटना शाम छह बजे के आसपास की है। सीएम योगी ने भी हादसे का संज्ञान लिया और अफसरों को बचाव और राहत कार्य का निर्देश दिया है।
पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर रवाना हो गए। रात होने की वजह से रेस्क्यू काम अभी शुरू नहीं हो पाया है, हालांकि टीमें पहुंच गई हैं। नायब तहसीलदार ने बताया कि उन्हें 17 लोगों के लापता होने की सूचना मिली है। मौके पर जा रहे हैं। सभी लोग खैरटिया बाजार लखीमपुर से बाजार करके आ रहे थे। कौड़ियाला नदी पार करने के बाद ही गांव भरथापुर स्थित है। बचे लोगों में लक्ष्मी नारायण ने बताया कि तेज धारा में पेड़ की जड़ में नाव फंस गई। अंधेरा होने की वजह से पेड़ की जड़ नाविक नहीं देख पाया। उसी में नाव फंस गई। कुछ लोगों ने पड़ की जड़ पकड़ ली जिससे वह बच गए। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की टीम देर रात घटनास्थल पर पहुंची है।
हादसे में सात सुरिक्षत
हादसे में सात लोगों को सुरक्षित बचाया गया है जिनमें गांव निवासी लक्ष्मी नारायण पुत्र विसेसर, रानी देवी पत्नी रामाधार, ज्योति पुत्री आनंद कुमार व हरिमोहन पुत्र रामकिशोर शामिल हैं। वहीं लापता लोगों में नाव चालक मिहीलाल पुत्र पुत्तीलाल समेत अन्य शामिल है। थानाध्यक्ष प्रकाश चंद्र शर्मा व तहसील की टीम पहुंच रही है।
नदी में था तेज बहाव
क्लोजर के चलते चौधरी चरण सिंह घाघरा बैराज के गेट खोले गए थे जिन्हें बंद कराया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है हादसा नदी में तेज बहाव के कारण हुआ है
घने जंगल में बसा है भरथापुर
भरथापुर गांव भारतीय सीमा का अंतिम गांव है। कतर्नियाघाट के घने जंगल व गेरुआ नदी के पार बसा हुआ है। इस गांव के लोग पड़ोसी जिला लखीमपुर खीरी के खैरटिया गांव से कौड़ियाला नदी में नाव से आवागमन व खरीदारी करते हैं। लखीमपुर के नया पिंड घाट से नाव चली थी जो बीच नदी में तेज बहाव के कारण हादसे का शिकार हो गई।
नेपाल से निकलती है नदी कौड़ियाला
नेपाल से कौड़ियाला नाम से यह नदी निकलती है। जो भारत के गिरिजापुरी बैराज से प्रवेश करती है। यहीं एक नेपाल की गेरुआ नदी भी मिलती है। दोनों नदियां बैराज में आकर मिल जाती हैं। यही दोनों नदियां देश में घाघरा के नाम से जानी जाती हैं।
रिपोर्ट RPS समाचार



















