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सिंचाई व पीडब्ल्यूडी के अधिकारी कटान रोकने को उठाएं जरूरी कदम
फतेहपुर चौरासी

गंगा का जलस्तर बढ़ने से हो रहे कटान से प्रभावित गांवों का एडीएम (वित्त/राजस्व) ने सिंचाई व पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया। उन्होंने सड़क, पुलिया सहित आबादी भाग को कटान से बचाने के लिए आवश्यक प्रबंधन कार्य कराने के निर्देश दिए।गंगा की धारा किसानों के खेतों का कटान करते हुए काली मिट्टी शिवराजपुर मार्ग की ओर आ रही है। इससे मार्ग के कटने का खतरा बढ़ गया है। मीडिया ने बुधवार को इसे प्रमुखता से दिखाया था। इसका संज्ञान लेकर एडीएम सुशील कुमार गोंड, पीडब्ल्यूडी एक्सईएन सुबोध कुमार, सिंचाई विभाग के अभियंता दीपक यादव व एसडीएम बांगरमऊ शुभम यादव के साथ क्षेत्र के कटरी के गांव दबौली व मन्नानगर का निरीक्षण किया।
उन्होंने बढ़ते जलस्तर से हो रहे कटान का भी जायजा लिया। इसके बाद दबौली के केंद्र पर आयोजित बाढ़ चौपाल में ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं। ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा कि कटान व बाढ़ की समस्या हर साल होती है। उन्होंने क्षेत्र के प्रमुख मार्ग काली मिट्टी शिवराजपुर को कटान से बचाने की मांग की। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले साल बाढ़ में जगतनगर सहजनी मार्ग पर गांव मन्नानगर के पास पुलिया का कटान हुआ था।
कच्ची मिट्टी से भरकर आवागमन किया जा रहा है। डीएम ने अधिकारियों को बोल्डर आदि डालकर किसानों की भूमि के साथ पुलिया व मार्ग को कटान से बचाने के निर्देश दिए। इस मौके पर प्रधान लक्ष्मीनारायण, विजय शंकर यादव, रोशन, सोहन, बीडीसी रामबाबू, राम शंकर, नीरज पांडेय, शिवबाबू, लेखपाल अखिलेश द्विवेदी आदि ग्रामीण मौजूद रहे।
कटान से किसानों की फसल जलमग्न
गंगा के कटान से किसानों की फसल जलमग्न होने लगी हैं। गांव चिरंजूपुरवा के लाला का साढ़े तीन बीघा अमरूद का बाग, सोने की 15 बिसुआ, गांव सुब्बापुरवा के राजेश की साढ़े तीन बीघा, छोटेलाल की डेढ़ बीघा, सुरेश की ढाई बीघा, सुखदेव की डेढ़ बीघा व प्रकाश की एक बीघा भूमि कटान की चपेट में है।
जिला प्रशासन ने की बाढ़ राहत की यह तैयारियां
तहसील बाढ़ प्रभावित गांवों की संख्या बाढ़ चौकी नाव व नाविकों की संख्या
सदर 46 7 185
सफीपुर 13 10 27
बीघापुर 25 6 21
बांगरमऊ 48 10 276