
उन्नाव
जनपद के 268 गाँव में मोबाइल वैन करेगी परिवार नियोजन पर प्रचार-प्रसार
डिस्ट्रिक्ट वर्किंग ग्रुप बैठक और ‘इतनी भी क्या जल्दी है? कैंपेन लांच‘‘
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा कैंपेन ’इतनी भी क्या जल्दी है? कैंपेन का शुभारम्भ।
परिवार नियोजन सेवाओं की मांग को बढ़ाएगा ‘इतनी भी क्या जल्दी है? कैंपेन
‘इतनी भी क्या जल्दी है? एस.बी.सी.सी. कैंपेन का शुभारम्भ।
बच्चों की शिक्षा रोककर शादी की इतनी भी क्या जल्दी है?
जन-जन में परिवार नियोजन की मांग और जागरूकता बढ़ाएगा कैम्पेन।
जनपद के 268 गाँव में मोबाइल वैन करेगी परिवार नियोजन पर प्रचार-प्रसार

उम्मीद परियोजना जो कि स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत पापुलेशन फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया के द्वारा मोबिउस फाउंडेशन के वित्तीय सहयोग से उन्नाव जनपद के 8 ब्लॉक में चलाई जा रही है, कलेक्ट्रेट स्थित पन्नालाल सभागार में मुख्य विकास अधिकारी सुश्री कृति राज की अध्यक्षता में डिस्ट्रिक्ट वर्किंग ग्रुप की बैठक का आयोजन सम्पन्न हुआ। जिसमें मुख्य विकास अधिकारी/मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, ग्राम्य विकास विभाग, एन.आर.एल.एम. विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में सामाजिक व्यवहार परिवर्तन एवं परिवार नियोजन की जानकारी के प्रचार-प्रसार लाने वाले कैंपेन ‘इतनी भी क्या जल्दी है को लांच किया गया।
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा बताया गया कि एस.बी.सी.सी कैंपेन ‘इतनी भी क्या जल्दी है? का उद्देश्य पोस्टर्स, फिल्मों, जिंगल्स आदि का प्रयोग कर परिवार नियोजन के प्रति जन-जन में जागरूकता पैदा करना है। एसबीसीसी अभियान ‘इतनी भी क्या जल्दी है? के प्राथमिक विषय और संदेश हैं
सही उम्र में शादी, पहला बच्चा देरी से, दो बच्चों के जन्म में अंतर तथा आपातकालीन गर्भ निरोधक गोली का सही उपयोग हैं। लांच के दौरान चारों विषयों पर आधारित पोस्टर्स का विमोचन, तथा प्रचार प्रसार हेतु बनाई गयी लघु फिल्मों और जिंगल्स को जारी किया गया। मुख्य विकास अधिकारी/मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा इस अवसर पर जनपद के तीन ब्लॉक के 150 गाँव में परिवार नियोजन के प्रचार प्रसार के लिए चलाई
जाने वाली मोबाइल वैन को झंडी दिखाकर रवाना किया गया। जिलाधिकारी द्वारा इस अवसर पर कार्यक्रम में उपस्थित सभी अधिकारियों को प्रतिज्ञा भी दिलवाई गयी कि वे इन सभी मुद्दों पर भविष्य में कार्य करेंगे।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ने विभिन्न विभागों के उपस्थित अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि अन्तर्विभागीय समन्वय से कैंपेन में गतिशीलता आयेगी सभी विभागों के सहयोग से परिवार नियोजन के साधनों की मांग को बढाने और इस से जुड़ी भ्रांतियों को दूर किया जा सकता है। इसलिए यह आवश्यक है कि सभी विभाग कैंपेन में विकसित सामग्री और फिल्मों को अपने स्टाफ के माध्यम से क्षेत्र में अवश्य दिखाएँ।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 जे0आर0 सिंह द्वारा अवगत कराया गया कि एस.बी.सी.सी.कैंपेन ‘इतनी भी क्या जल्दी है? के अंतर्गत पापुलेशन फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया द्वारा प्रचार-प्रसार के लिए पोस्टर्स, फिल्में, जिंगल्स इत्यादि बनाए गए हैं तथा ऑनलाइन (इन्स्टा, यूटूयब, ट्विटर, फेसबुक) एवं ऑफलाइन (होर्डिंग्स) माध्यमों से भी जानकारी का प्रसार किया जाएगा। इसके अतिरिक्त जनपद के तीन चयनित ब्लॉकों नवाबगंज, बिछिया और पुरवा के 150 गाँव में मोबाइल वैन के द्वारा तीन माह (जुलाई से सितम्बर 2025) तक कैंपेन के मुद्दों पर आधारित फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा तथा हैण्डबिल्स का वितरण, जिंगल्स को वैन से बजाया जाएगा। गाँव में आशाओं के माध्यम से फिल्म प्रदर्शन के दिन परिवार नियोजन के साधनों को वितरित भी किया जाएगा तथा वैन में उपलब्ध काउंसलर द्वारा परामर्श सेवाएँ भी दी जायेंगी गाँव में फिल्म शो के दौरान प्रश्न पूछे जाने और सही जबाब देने वालों को पुरूस्कार की व्यवस्था की गयी है।
कार्यक्रम के प्रारंभ में पापुलेशन फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया के राज्य प्रतिनिधि सुश्री शिल्पा नायर द्वारा उम्मीद परियोजना के अंतर्गत सात जनपदों में किये जा रहे कार्यों यथा सात जनपद के 50 चयनित ब्लॉक की चयनित स्वास्थ्य इकाइयों में काउंसलिंग कार्नर स्थापना किये जाने, आशा/ए.एन.एम. को प्रशिक्षण प्रदान कर उनकी क्षमता में वृद्धि किये जाने के साथ-साथ अन्तर्विभागीय समन्वय के माध्यम से परिवार कल्याण की दिशा में कार्य के बारे में विस्तार से अवगत कराया गया तथा परियोजना का प्रमुख उद्देश्य स्वास्थ्य विभाग के साथ कार्य करते हुए परिवार कल्याण के क्षेत्र में गुणवत्तापरक सेवाओं में वृद्धि एवं विस्तार किया जाना है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए डॉ0 नरेन्द्र सिंह अपर मुख्य चिकित्साधिकारी (आर.सी.एच.) ने समुदाय स्तरीय सेवाप्रदाताओ तथा प्रधानों की भूमिका परिवार नियोजन कार्यक्रम की सफलता के लिए महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में बताया। मोबिअस फाउंडेशन के प्रतिनिधि श्री प्रभात कुमार ने बताया कि आज पर्यावरण में तेजी से बदलाव आ रहा है और संसाधन भी सीमित हो रहे है, इसका उपयोग सही एवं पूर्ण होना आवश्यक है, इसमें संतुलन बनाये रखने के लिए परिवार नियोजन जैसे कार्यक्रमों की मुख्य भूमिका है।
कार्यक्रम में उपरोक्त के अतिरिक्त परिवार कल्याण महानिदेशालय से डा0 अमित सिंह एवं डा0 अश्वनी कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी आलोक सिन्हा, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री इन्तजार अहमद सिद्दकी, जिला प्रोबेशन अधिकारी श्री क्षमानाथ राय, शिक्षा, ग्राम्य विकास, महिला एवं बाल विकास, एन.आर.एल.एम इत्यादि के अधिकारीगण की उपस्थिति रहे।