उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ने ईदुल अज़हा और क़ुर्बानी के संबंध में जारी किया आदेश

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उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ने ईदुल अज़हा और क़ुर्बानी के संबंध में जारी किया आदेश

 

 

रिपोर्ट- गिरीश त्रिपाठी
स्वतंत्र पत्रकार /मुख्य संवाददाता आर पी एस समाचार

लखनऊ

प्रदेश के पुलिस महानिदेशक नें पुलिस आयुक्त लखनऊ ,गौतम बुद्ध नगर एवं समस्त वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक /पुलिस अधीक्षक प्रभारी जनपद उत्तर प्रदेश को ईद उल जुहा (बकरीद) पर्व सकुशल संपन्न कराए जाने के संबंध में दिशा निर्देश देते हुए बताया गया है कि इस वर्ष चंद्र दर्शन के अनुसार ईद उल जुहा (बकरीद) का पर्व 1 अगस्त को मुस्लिम समुदाय के दोनों संप्रदाय शिया व सुन्नी द्वारा मनाया जाएगा। इस पर्व के अवसर पर मुस्लिम वर्ग द्वारा ईदगाह व मस्जिदों में प्रातः 8:00 से 11:00 के मध्य सामूहिक नमाज अदा की जाती है ।नमाज अदा करने के पश्चात 3 दिनों तक मुस्लिम समुदाय द्वारा कुर्बानी की जाती है। बकरीद का त्यौहार सामप्रदायिक दृष्टिकोण से अति संवेदनशील है ऐसे धार्मिक अवसरों पर किसी भी छोटी से छोटी घटना को तूल देकर अप्रत्याशित रूप से विवाद तक आज की विषम स्थिति उत्पन्न करने के प्रयास होते हैं ।पुराने धार्मिक व सामुदायिक सांप्रदायिक तथा ऐसे परंपरागत धार्मिक जुलूस कार्य छेड़खानी संबंधी घटनाओं का परिवहन आदि घटनाओं को देखकर पूर्व में कई अवसरों पर सांप्रदायिक सद्भावना प्रभावित होता रहा है। उक्त के दृष्टिगत विशेष सतर्कता अपेक्षित है ।गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश शासन द्वारा कोबिदड 19 को दृष्टिगत धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजनों के संबंध में स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए हैं ।समस्त पुलिस अधिकारी अपने-अपने मजिस्ट्रेट के साथ निरंतर भ्रमण कर यह सुनिश्चित करें कि निर्देशों का पालन किया जा रहा है भ्रमण करते हुए सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी सामूहिक आयोजन ना होने पाए तथा भीड़ किसी भी दशा में एकत्र न होने पाए ।बकरीद के अवसर पर मुख्य रुप से किया जाना अपेक्षित है धर्म गुरुओं द्वारा बकरीद का त्यौहार घर में ही मना ने सामूहिक रुप से नमाज अदा न किए जाने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाए ।पुलिस द्वारा वाहनों पर स्पीकर के माध्यम से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने हेतु लोगों को जागरूक किया जाए ।स्थानीय अभिसूचना इकाई एवं अन्य सूचना तंत्र को एवं कानून व्यवस्था को प्रभावित करने वाली सूचनाओं का तत्काल संज्ञान लेते हुए प्रभावी कार्यवाही किया जाए ।सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों जैसे फेसबुक इंस्टाग्राम टि्वटर व्हाट्सएप पर सतर्क की जाए भ्रामक सूचना प्रसारित होने पर विधिक कार्यवाही करते हुए प्रभावी खंडन किया जाए ।त्योहारी रजिस्टरों का परिशीलन कर ऐसे संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर लें जहां घटनाएं होने की संभावना हो ऐसे सभी स्थानों का संवेदनशीलता के आधार पर सक्षम अधिकारी द्वारा भ्रमण किया जाए एवं संचित सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित किया जाए ।थाने पर उपलब्ध रजिस्टर नंबर 8 की प्रविष्टियों का अध्ययन कर लिया जाए । सांप्रदायिक तत्वों की सूचियों को आध्यापित किया जाए और तदनुसार आवश्यकता पड़ने पर इन सांप्रदायिक अवांछनीय तत्वों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाए। थाना अध्यक्ष क्षेत्र अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए जाएं कि वह छोटी से छोटी घटना को गंभीरता से लें तथा घटनास्थल का निरीक्षण करें एवं विवाद को हल करने तथा सांप्रदायिक संवेदनशीलता को समाप्त करने हेतु प्रभावी उपाय करें।बकरीद कुर्बानी कोई विवाद हो तो उसका निस्तारण कर दिया जाए ।इसी क्रम में यदि कोई नया विवाद प्रकाश में आया हो तो समय रहते उसका निस्तारण करा दिया जाए। मिश्रित आबादी और संवेदनशील क्षेत्रों की ड्रोन कैमरा के माध्यम से निगरानी किया जाए। प्रातः कालीन पार्टी का गठन किया जाए ।इस टीम द्वारा संवेदनशील क्षेत्रों के आसपास आपत्तिजनक वस्तुएं होने पर समय रहते आवश्यक कार्यवाही किया जाए। जनपद के अपराधिक तत्वों पर विशेष निगरानी रखी जाए एवं आवश्यकता अनुसार निरोधात्मक कार्यवाही की जाए। आतंकवादी घटनाओं के दृष्टिकोण से संवेदनशील क्षेत्रों में चेक कनिका व्यवस्थापन किया जाए। सीसीटीवी कैमरा के व्यवस्थापन संवेदनशील स्थानों का चयन तथा वीडियोग्राफी की टीमों का गठन कर दिया जाए ।जनपद में उपलब्ध अधिक से अधिक संख्या में पुलिस व्यवस्थापन कानून व्यवस्था बनाए रखने में किया जाए ।विरोधी उपकरणों से सुसज्जित रिजर्व में रखा जाए। बकरीद के दिन जनपदों को जोन में विभाजित करते हुए प्रत्येक जोन सेक्टर मजिस्ट्रेट अधिकारी व पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की क्षेत्रों में व्यवस्था किया जाए और प्रभावी नियंत्रण करने के लिए आवश्यक उपाय किए जाएं। नमाज के समय ईदगाह मस्जिद के निकट नमाजियों के आवागमन के मार्गों पर सूअरों व अन्य जानवरों का विचरण न होने पाए
कुर्बानी कर खुले रूप में ले जाने पर प्रतिबंध लगाया जाए ।गैर मुस्लिम धार्मिक स्थानों के निकट गैर मुस्लिम क्षेत्रों संस्थानों पर कुर्बानी के अवशेष पड़े होने पर बिवाद उत्पन्न हो सकता है ।इस संबंध में पूर्ण सतर्कता बरती जाए। प्रतिबंधित पशुओं के कुर्बानी की अफवाहों पर विशेष सतर्कता बरती जाए ।ईद-उल-जुहा (बकरीद) का त्यौहार 1 अगस्त को तथा रक्षा बन्धन श्रावण मास के अंतिम सोमवार 3 अगस्त को पड़ेगा विशेष सतर्कता करें एवं प्रभावी उपाय किए जाएं।

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