उत्तर प्रदेश में कोरोना की आंधी चल रही है लगातार प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में पॉजिटिव मरीजों की वृद्धि हो रही है

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उत्तर प्रदेश में कोरोना की आंधी चल रही है लगातार प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में पॉजिटिव मरीजों की वृद्धि हो रही है

लखनऊ कानपुर जैसे बड़े शहर शहरों में इस वायरस का संक्रमण तेजी के साथ फैल रहा है

   

रिपोर्ट- गिरीश त्रिपाठी
स्वतंत्र पत्रकार /मुख्य संवाददाता आर पी एस समाचार

लखनऊ
उत्तर प्रदेश में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है और स्थिति नियंत्रण से बाहर होती नजर आ रही है ।कोरोना वायरस के संबंध में लोकभवन में अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद नें प्रेस कॉन्फ्रेंस में आज शनिवार को बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घण्टे में कोरोना के 1986 नए पॉज़िटिव केस पाए गए हैं। कोरोना संक्रमण से अब तक 1108 लोगों की मौत हुई है।अब प्रदेश में एक्टिव 17264 एक्टिव केस हैं।प्रदेश में लोगों को 17267 लोगों को आईसोलेशन वार्ड मे रखा गया है और उनका इलाज किया जा रहा है।प्रदेश में अब तक 28664 पूर्णतया उपचारित होकर घर भेजे गए हैं-
फैसिलिटी क्वारेंटाइन में 4115 लोगों को रखा गया है और उनके सैम्पल्स लेकर उनकी जांच करवाई जा रही है।कल प्रदेश में 46769 सैम्पल्स के टेस्ट किये गए।प्रदेश में अभी तक 1426303 टोटल सैम्पल जांच की गई।12 लाख से 14 लाख टेस्ट की संख्या हमने 4-5 दिन के अंदर पहुंचाई है।प्रदेश में आरोग्य सेतु एप के ज़रिए अभी तक 3 लाख 4 हज़ार 635 लोगों को एलर्ट जारी हुआ है फ़ोन कर एलर्ट किया गया है।कल 5-5सैंपल के 2815 पूल और 10-10सैंपल के 303 पूल लगाए गए। 5-5 सैंपल के 2815 पूल में से 394 में पॉजिट आये।
वर्तमान परिस्थितियों में इस वायरस का संक्रमण कोरोना योद्धाओं के रूप में कार्य करने वाले लोगों पर भी होता नजर आ रहा है। चिकित्सा जगत से जुड़े डॉक्टरों, सुरक्षा से जुड़े पुलिसकर्मियों ,सफाई कर्मचारियों व्यवसायिक लोगो और फिल्म जगत के कलाकारों तक में यह वायरस पहुंच चुका है। सचिवालय से लेकर मुख्यमंत्री आवास और सरकारी कार्यालयों में भी वायरस का प्रकोप हो चुका है। इस स्थित से लगता है कि संक्रमण को रोकने में किए जा रहे सारे प्रयास सरकार के नाकाफी हो रहे हैं।
उधर उन्नाव जनपद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी नें बताया कि शनिवार तक 13807 सैम्पल जांच हेतु भेजे गये। जांच रिपोर्ट के अनुसार 11145 निगेटिव पाए गए। पोजिटिव केस 35 पाए गए,जिसमें सदर उन्नाव से 28,ब्लॉक सफीपुर से 2,हिलाली से 1,शुक्लागंज से 3,बांगरमऊ से -1 केस पॉजिटिव पाया गया ,जिन्हें कोबिड हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।अब तक कुल 450(क्रमिक) पाॅजिटिव केस पाये गये।
आज शनिवार को कोविड हॉस्पिटल बिछिया से 9,लोकबंधु राज नारायन चिकित्सालय लखनऊ से 11,कुल 20 पाॅजिटिव केस के स्वास्थ्य में सुधार एवं निगेटिव होने पर डिस्चार्ज किया गया। अब तक कुल 260 व्यक्ति डिस्चार्ज किए गए हैं। कुल एक्टिव केस 183 का उपचार चल रहा है। कुल मृत्यु-08हुई है।18जुलाई को 328 सैम्पल जांच हेतु एस .जी .पी .जी .आई लखनऊ भेजा गया। कुल 2112 सैंपल की जांच प्रतीक्षा में है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी के इस बयान के बाद जनपद के लोगों को जब यह जानकारी हुई कि शनिवार को
35 लोग एक साथ पॉजिटिव पाए गए हैं जिनमें से 28 केवल उन्नाव शहर से ही हैं शेष जनपद के अन्य ग्रामों से हैं तो अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सप्ताह में दो दिन लॉक डाउन में जनता को बाहर निकलने से मना किया गया है,लेकिन बैंक सब खुले है।
जबकि बैंकों में सबसे ज्यादा सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन होता है।जिले की बैंकों में लगातार कोरोना के मामले भी मिल रहे हैं।प्रदेश के बंदायू सहित कई जनपदों के जिलाधिकारियों ने साप्ताहिक लॉक डाउन में बैंकों को भी बंद रहने के आदेश दिए हैं। किन्तु उन्नाव जनपद में सभी बैंक खुले हैं जो समझ से परे है जबकि दूसरे व चौथे शनिवार को बैंक बंद ही रहते हैं। ऐसे में साप्ताहिक लॉक डाउन में बैंको को भी बंद किया जाना चाहिए जिस कारण अकारण जनता घरों से बाहर न निकले।जनपद के लोगों नें उन्नाव जिलाधिकारी से इस विषय में ध्यान देंनें की अपील की है।
उधर कोरोना को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट
किया कि लगभग 3 महीने के लॉकडाउन, यूपी सरकार के तमाम दावों के बावजूद यूपी के 25 जिलों में जुलाई महीने में कोरोना के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है। यूपी के 3 जिलों में 200%, 3 में 400% और 1 जिले में 1000% से ऊपर की उछाल आई है।खबरों के अनुसार प्रयागराज में 70 फीसदी संक्रमित लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के 48 घंटे के भीतर ही मृत्यु हो गई।हमें इसी बात का डर था इसलिए शुरू में ही हमने उप्र के मुख्यमंत्री जी को पत्र लिखकर इस संदर्भ में सकारात्मक सुझाव देते हुए अधिकतम टेस्टिंग की बात उठाई थी। आज ये विकराल रूप टेस्टिंग पर ध्यान न देने, रिपोर्ट में देरी होने, आंकड़ों की बाजीगरी करने व कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग पर ध्यान नहीं देने की वजह से हुआ है। यूपी सरकार के पास इसका कोई जवाब नहीं है।

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