पत्नी के आतंक से पति और उसकी मां भूखे प्यासे दर-दर भटकनें को मजबूर  खाने तक को हैमोहताज पुलिस नहीं कर रही है न्याय ले रही है पत्नी का पक्ष

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पत्नी के आतंक से पति और उसकी मां भूखे प्यासे दर-दर भटकनें को मजबूर  खाने तक को हैमोहताज
पुलिस नहीं कर रही है न्याय ले रही है पत्नी का पक्ष

रिपोर्ट-गिरीश त्रिपाठी स्वतन्त्र पत्रकार

उन्नाव।

तहसील क्षेत्र बांगरमऊ के थाना फतेहपुर चौरासी के एक गांव में पत्नी से पीड़ित पद 6 माह से घर के बाहर रह रहा है। पति को पत्नी से जानमाल का खतरा है।पुत्र को मां घर लाई तो पत्नी ने मां को भी घर से निकाल कर पूरे घर पर अकेले कब्जा कर लिया है । मां बेटे पिछले चार दिन से भूखे प्यासे पुलिस के भय से लुकते छिपते घूम रहे हैं ।पुलिस भी न्याय न कर पत्नी का समर्थन कर रही है।
बताते चलें कि फतेहपुर चौरासी थाना क्षेत्र के ग्राम सराय निवासी हुकुमचंद पुत्र जवाहिर को अपनी ही पत्नी संजू से जानमाल का खतरा बन गया है।उसने बताया कि वह क्षय रोग से ग्रसित है और उसकी पत्नी अपनी गलत हरकतों के चलते उससे विरोध मानती है और आए दिन उसे प्रताड़ित ही नहीं करती मारती पीटती भी है। उसके भय से पिछले 6 माह से वह अपने मामा के यहां रह रहा था।5 दिन पूर्व जब उसकी मां उसको वहां से लिवाकर घर आई तो आते ही पत्नी संजू आगबबूला हो गई और इस बार उसने पति के साथ साथ उसकी माता रामदेवी को भी घर से निकाल दिया। माता राम देवी ने बताया कि पति जवाहिर की मृत्यु के बाद पति के नाम की जमीन उसके पुत्र हुकुमचंद और उसके नाम आ गई थी पुत्र ने अपने हिस्से की जमीन बेचकर पक्का मकान बनवाया था। उसी में वह अपनी पत्नी पुत्र के साथ रह रहा था। किंतु पत्नी की गलत हरकतों के चलते दोनों में पटती नहीं थी। इसी बात को लेकर आए दिन मारपीट और झगड़ा होता रहता था। और हुकुम चन्द को पत्नी संजू घर से मारपीट कर भगा दिया तो वह अजगरा गांव में अपने मामा के यहां रह रहा था उसने बताया कि उसके पुत्र हुकुम चन्द को पत्नी से जान माल का  खतरा बन गया है और अब वह हमको भी घर में नहीं घुसने देती है।वह घर के बाहर झोपड़ी में रहकर के किसी तरह अपना गुजर-बसर कर रही है ।रामदेवी ने यह भी बताया कि गत वर्ष पेंशन दिलाने का झांसा देकर के उसकी बहू और देवरानी माधुरी बांगरमऊ ले गई पेशन के कागजों पर अंगूठा लगाने की बात कहकर उसके नाम की जमीन भी माधुरी ने अपने नाम दर्ज करा ली।जिससे मां बेटे दोनों भूमिहीन हो गए हैं ।जानकारी होने पर रामदेवी ने उक्त बैनामा निरस्त कराने के लिए सिविल न्यायालय उन्नाव तथा अपने साथ धोखाधड़ी होने का मामला दंडाधिकारी उन्नाव के यहां और दाखिल खारिज आदेश निरस्त करने का वाद नायब तहसील बांगरमऊ की अदालत में दायर कर रखा है। जो भी विचाराधीन है और अब तक उक्त जमीन पर कब्जा उसका था दोनों महिलाओं ने मिलकर के फतेहपुर चौरासी थाने के एक उपनिरीक्षक से सांठगांठ  कर खेत पर खड़ी फसल पुलिस के सयोग से खेत से कटवा ली थी और खेत पुलिस की सह पर जोत कर कब्जा करने का प्रयास कर रही है।यह शिकायत पुलिस में उसने की थी लेकिन पुलिस ने उसे न्याय देने के बजाए उसे डांट फटकार कर भगा दिया।पुत्र हुकुम चन्द घर पर रहकर माँ का सहयोग न कर सके तो उसकी पत्नी ने अपने पति को बंद कराने की धमकी देते हुए थाने में प्रार्थना पत्र दे दिया।पुलिस उसे खोजते घूम रही है और पुलिस के भय सेे मां बेटे पिछले चार दिनों से बिना कुछ खाए इधर-उधर घूम रहे हैं ।मामला प्रकाश में आया तो गाव पहुंचे सोशल मीडिया के कैमरा के सामने आकर अपना अपना पक्ष रखा  हुकुमचंद की पत्नी संजू ने भी अपना बटवारा करा देने और पति के साथ न रहने के बयान दिए। पीड़ित मां बेटों के साथ पुलिस कब न्याय करती है यह अभी भविष्य के गर्त में है। दोनों पीड़ितों ने कैमरे के सामने न्याय दिलाने की गुहार लगाई।

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