जिलाधिकारी ने की 11 समितियों के अधिकारियों के साथ बैठक

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जिलाधिकारी ने की 11 समितियों के अधिकारियों के साथ बैठक

कोरोना संक्रमण चेन तोड़ने के लिए लाॅकडाउन का सख्ती के साथ पालन कराया जाएगा

कोई भी व्यक्ति बिना मास्क पहने अथवा अनावश्यक रूप से घरों से बाहर पाए जाएंगें तो उनके विरूद्व दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी

 

रिपोर्ट-गिरीश त्रिपाठी स्वतन्त्र पत्रकार

उन्नाव
जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार ने लाॅकडाउन में जनपद स्तर पर प्रत्येक दिन आम जन मानस को सुविधाये उपलब्ध कराये जाने एवं किये गये कार्यो की हकीकत परखने एवं सुधार करने के उद्देश्य से 11 समितियों के अधिकारियों के साथ बैठक की। जिसमें कोरोना वायरस से बचाव एवं आम जन के स्वास्थ्य सम्बन्धित आदि पर चर्चा की गई।बैठक में जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार ने कहा कि कोरोना संक्रमण चेन तोड़ने के लिए लाॅकडाउन का सख्ती के साथ पालन किया जा रहा है और कोई भी व्यक्ति बिना मास्क पहने व अनावश्यक रूप से घरों से बाहर पाए जाएंगें तो उनके विरूद्व दण्डात्मक कार्यवाही की जाएगी । उन्होने ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि एल-1 कोविड चिकित्सालयों, शेल्टर होम्स तथा कोरंटाइन सेन्टर्स का नियमित रूप से निरीक्षण करना सुनिश्चित करें और सभी चिकित्सालयों में पीपीई किट तथा एन-95 मास्क की सुचारू उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि जिन व्यक्तियों को सैम्पल लेने के लिए नियुक्त किया जाए, उन्हें निर्धारित प्रोटोकाल के अनुरूप प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाए ताकि वे संक्रमण से सुरक्षित रहें। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि अस्पतालों, क्वारंटाइन सेन्टर्स आदि में प्रयोग बायो-मोडिकल वेस्ट का निस्तारण निर्धारित मानकानुरूप कराना सुनिश्चित करें तथा नियमित रूप से वहां पर सेनिटाइजेशन का कार्य किया जाए। जिलाधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी द्वारा प्रत्येक जिले में 15000 से 25000 की क्षमता के क्वारंटाइन सेन्टर की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं, जिसके अनुपालन में आवश्ययक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि जनपद में अभी तक 15000 लोगों को क्वारेंटाइन करने की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने बताया कि जो लोग आश्रय स्थल में 14 दिन की संस्थागत क्वारंटाइन अवधि पूरी कर चुके हैं, चिकित्सीय परीक्षण करने के बाद उन्हें होम क्वारंटाइन के लिए घर भेजें तथा मेडिकल टेस्टिंग के लिए पूल टेस्टिंग व रैण्डम टेस्टिंग का उपयोग किया जाए।जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार ने मुख्य पशुचिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि वर्तमान समय में गेहूं की कटाई का कार्य जारी है, इस अवधि में भूसा की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सम्भव हो सकती है, अतः निराश्रित गोवंश के चारे की आवश्यकता को पूरा करने के लिए गोवंश आश्रय स्थलों पर भूसा बैंक स्थापित करना अधिक से अधिक सुनिश्चित करें। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि औद्योगिक इकाइयों द्वारा संचालित गतिविधियों से संबंधित कार्य योजना तैयार करना सुनिश्चित करें ताकि सुव्यवस्थित रूप से उनका संचालन अमल में लाया जा सके और इन्हें आरोग्य सेतु ऐप से भी जोड़ा जाये। उन्होंने खाद्य सुरक्षाधिकारी तथा खाद्य सुरक्षा से संबंधित अन्य अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि कम्युनिटी किचेन द्वारा तैयार पका हुआ भोजन विशेष रूप से स्वैच्छिक सेवी संस्थाओं द्वारा तैयार किया जाने वाले भोजन की सतर्कता एवं सजगता के साथ गुणवत्ता की नियमित रूप से जांच करना सुनिश्चित करें। इसी सम्बन्ध में उन्होंने सभी संबंधित उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि सामुदायिक किचेन व्यवस्था में योगदान कर रहे कर्मचारियों की थर्मल स्क्रीनिंग तथा आवश्यक स्वास्थ्य जांच करायें और उनको मास्क आदि सुरक्षात्मक सामग्री के उपयोग के लिए निर्देशित करें। जिलाधिकारी ने जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देश दिये है कि आरोग्य सेतु नामक आधुनिक ऐप को अधिकारियों/कर्मचारियों को जोड़ते हुये अधिक से अधिक ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्र के जिला पंचायत/क्षेत्र पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान सहित आम नागरिकों में आरोग्य सेतु नामक आधुनिक ऐप डाउनलोड करायें ताकि कोरोना वायरस के बचाव के सम्बन्ध में लोगों में जागरूकता आये। बैठक में पुलिस अधीक्षक विक्रान्त वीर, मुख्य विकास अधिकारी डा0 राजेश कुमार प्रजापति, अपर जिलाधिकारी राकेश सिंह, राकेश गुप्ता, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 आशुतोष कुमार, नगर मजिस्ट्रेट चन्दन कुमार पटेल, जिला विद्यालय निरीक्षक, उप श्रमायुक्त, उप निदेशक सूचना, अन्य सदस्य आदि उपस्थित रहे।

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