जिला कारागार के जिला अस्पताल में 2 बंदियों को कोरोना पॉजिटिव होने की आशंका से भर्ती कराया गया था। रात में दोनों बंदी अस्पताल की एक खिड़की तोड़ कर भाग निकले।

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जिला कारागार के जिला अस्पताल में 2 बंदियों को कोरोना पॉजिटिव होने की आशंका से भर्ती कराया गया था। रात में दोनों बंदी अस्पताल की एक खिड़की तोड़ कर भाग निकले।

रिपोर्ट-गिरीश त्रिपाठी स्वतंत्र पत्रकार

उन्नाव
जिला जेल से जिला अस्पताल में कोविड-19 के आइसोलेशन यूनिट में जेल प्रशासन में 2 बंदियों को भर्ती कराया था। जहां से क्वारंटाइन दो कोरोना संदिग्ध बंदी खिड़की तोड़कर फरार हो गए।
जानकारी के अनुसार जेल में बुखार, खांसी और सांस फूलने की तकलीफ होने पर दो चोरी के आरोप में बंद बंदियों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में कोरोना जैसे लक्षण मिलने पर नमूना लेकर जांच के लिए भेजा गया था। रात को दोनों बंदी खिड़की तोड़कर भाग जाने में सफल रहे ।सुबह गिनती में जब संख्या कम मिली तो चिकित्सालय प्रशासन ने कोतवाली पुलिस को सूचना दी।सूचना मिलते ही स्वास्थ्य और पुलिस महकमे में हड़कम्प मच गया।
चोरी की घटना को अंजाम देते समय विगत20 अप्रैल को उन्नाव शहर के मोहल्ला बाबूगंज में जीजीआइसी स्कूल के निकट रहने वाले रोहित और अजय को पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेजा था।कारागार में दोनों को बुखार, खांसी और सांस फूलने की शिकायत पर उसी  रात जिला अस्पताल भेज दिया गया था। पुलिस अभिरक्षा में दोनों विचाराधीन बंदियाें का फीवर क्लीनिक में डॉक्टर ने परीक्षण किया तो कोरोना जैसे लक्षण होने से उन्हें 21 अप्रैल को कोविड-19 आइसोलेशन यूनिट भेजा गया था। आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करके सैंपल लेकर परीक्षण के लिए केजीएमयू लखनऊ भेजा गया था जो बताया जाता है जिसमें रिपोर्ट निगेटिव आई है।

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