गोवंश आश्रय स्थल लाखों रुपए से निर्मित है फिर  भी जानवरों को भूखा रहकर दिन रात गुजारना पड़ता

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गोवंश आश्रय स्थल लाखों रुपए से निर्मित है फिर  भी जानवरों को भूखा रहकर दिन रात गुजारना पड़ता

 

     रिपोर्ट -संजय पटेल

बांगरमऊ उन्नाव 

क्षेत्र के ग्राम नेवला पुर में गोवंश आश्रय स्थल लाखों रुपए से निर्मित है जबकि जानवरों को भूखा रहकर दिन रात गुजारना पड़ता है जबकि शासन द्वारा दी जाने वाली राशि का खुलेआम बंदरबांट हो रहा है कुछ गाय भूख से ही खत्म हो गई कुछ भूख प्यास के मारे मर रहे हैं इन जानवरों का चारा दाना का पैसा प्रधान व पंचायत सेक्रेट्री बंदरबांट कर रहे हैं।
ग्राम नेवला पुर में लाखों रुपए से निर्मित आश्रय स्थल मैं नाम मात्र कुछ जानवर ही हैं मगर कागजों पर सैकड़ों जानवर ही दर्शाए जाते हैं जिसका शासन द्वारा जो पैसा आता है उसका बंदरबांट किया जा रहा है जो गाय हैं कुछ भूख प्यास के मारे मौत के मुंह में चली गई कुछ भूख प्यास के चलते उनको जीवन यापन करना पड़ रहा है शासन द्वारा दी जानेवाली धनराशि को प्रधान व ग्राम पंचायत अधिकारी द्वारा खुलेआम बंदरबांट किया जा रहा है। जबकि शासन की मंशा यह थी की आवारा जानवर को गोवंश आश्रय स्थल में रखा जाएगा उनको चारा दाना पानी की धनराशि शासन द्वारा हर महीने दी जाएगी मगर सरकार द्वारा दी जाने वाली धनराशि का खुलेआम प्रधान व ग्राम पंचायत अधिकारी द्वारा बंदरबांट किया जा रहा है जानवरों को भूखा रहकर ही दिन रात गुजारनी पड़ रही है कुछ तो भूख प्यास के कारण मौत के मुंह में चले गए कुछ जानवर हैं वह भी भूख प्यास के मारे तड़प तड़प कर अपनी जान दे रहे।

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