हाई कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता फारूक अहमद ने क्षेत्रीय जनता की विशेष मांग पर जम्मू तवी व अमृतसर एक्सप्रेस ट्रेनों का स्टॉपेज बांगरमऊ रेलवे स्टेशन पर निर्धारित करने को लेकर प्रधानमंत्री को पत्र भेजा है।

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बांगरमऊ उन्नाव।

हाई कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता फारूक अहमद ने क्षेत्रीय जनता की विशेष मांग पर जम्मू तवी व अमृतसर एक्सप्रेस ट्रेनों का स्टॉपेज बांगरमऊ रेलवे स्टेशन पर निर्धारित करने को लेकर प्रधानमंत्री को पत्र भेजा है। उन्होंने कहा है कि दोनों ट्रेनों का ठहराव न होने से क्षेत्र की करीब 10 लाख आबादी पश्चिमी प्रांतों हेतु रेल सेवा से वंचित है।

ज्ञात हो कि क्षेत्र के ग्राम इस्माइलपुर आम्बापारा निवासी उच्च न्यायालय खंडपीठ लखनऊ के वरिष्ठ अधिवक्ता एवं प्रमुख समाजसेवी फारूक अहमद एडवोकेट द्वारा जनहित याचिका के माध्यम से बांगरमऊ क्षेत्र के विकास के लिए तमाम ऐतिहासिक विकास कार्य कराए गए हैं। उन्होंने क्षेत्रीय जनता की विशेष मांग पर बांगरमऊ नगर स्थित रेलवे स्टेशन पर जम्मू तवी व अमृतसर एक्सप्रेस ट्रेनों का स्टॉपेज नियत करने के लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है। पत्र में अवगत कराया गया है कि जम्मू तवी व अमृतसर एक्सप्रेस दोनों ट्रेनों कानपुर से सीधे बालामऊ में है। उन्नाव और बालामऊ के मध्य कस्बा व तहसील बांगरमऊ स्थित है। बांगरमऊ सहित पड़ोसी विधानसभा क्षेत्रों की आबादी लगभग 10 लाख है। इन क्षेत्रों के हजारों मजदूर हरियाणा और पंजाब प्रांतों के विभिन्न शहरों में रोजी-रोटी कमाते हैं। जम्मू तवी और अमृतसर एक्सप्रेस ट्रेनों का स्टॉपेज रेलवे स्टेशन बांगरमऊ में न होने से इन गरीब मजदूरों को 50 से 80 किलोमीटर दूर उन्नाव अथवा बालामऊ जाना पड़ रहा है। जिससे मजदूरों का धन और समय दोनों बर्बाद हो रहा है।

मालूम हो कि जम्मू तवी एक्सप्रेस शुक्रवार को सुबह 11:00 बजे व शाम को 3:00 बजे बांगरमऊ स्टेशन से गुजरती है। इसी प्रकार अमृतसर एक्सप्रेस सोमवार को रात 8:00 बजे यहां से गुजरती है और बुधवार को 3:30 बजे शाम वापस होती है। दोनों एक्सप्रेस ट्रेनों के बांगरमऊ में न रुकने के चलते लगभग 10 लाख आबादी सस्ती और सुलभ यात्रा वंचित हैं। जो कल्याणकारी राज्य के लिए हितकर नहीं है। चूंकि बांगरमऊ क्षेत्र आर्थिक और सामाजिक दृष्टि से अतिपिछड़ा है, इसलिए यहां के लोग अधिकतर रेल से ही सफर करते हैं।

श्री अहमद ने प्रधानमंत्री को यह भी बताया है कि बांगरमऊ ऐतिहासिक कस्बा है। यह स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित विश्वंभर दयालु त्रिपाठी की जन्म और कर्मभूमि भी है। जिले के प्रथम सांसद स्व त्रिपाठी वर्ष 1947 से 1962 तक भारत सरकार में मंत्री रहे थे। इसी कस्बे में महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शहीद जसा सिंह भी पैदा हुए थे। इतने बड़े ऐतिहासिक कस्बे में उपरोक्त दोनों ट्रेनों का स्टापेज न होना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने प्रधानमंत्री से बांगरमऊ में दोनों ट्रेनों का स्टापेज बनाए जाने के लिए रेल मंत्रालय व रेल विभाग को तत्काल निर्देशित करने का अनुरोध किया है। पत्र की प्रति रेल मंत्री भारत सरकार, अध्यक्ष रेलवे बोर्ड रेल भवन नई दिल्ली, महाप्रबंधक उत्तरी रेलवे बडौदा हाउस नई दिल्ली व मंडल रेल प्रबंधक मुरादाबाद मंडल को भी आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रेषित की गई है।

रिपोर्ट जमीर खान

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