17 जोड़ों का निशुल्क विवाह गायत्री प्रज्ञापीठ पिहानी के प्रमुख अतुल कपूर व हाजी करीमुद्दीन काजी ने 5 जोड़ों का पढ़ाया निकाह

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वरदान चैरिटेबल ट्रस्ट एक बार फिर गरीबों के लिए वरदान बना। ट्रस्ट द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में घंटाघर मैदान में रविवार को गाजे बाजे के साथ शहनाई भी गूंजी। वरदान ने 22 जोड़ों को शादी के पवित्र बंधन में बांधा, जिसमें से पांच मुसलिम जोड़ों का निकाह काजी से पढ़वाया गया। हिंदू धर्म के 17 जोड़ों का विवाह गायत्री परिवार द्वारा रीति रिवाज से कराया गया। मुख्य अतिथि ने नवविवाहितों को आशीर्वाद दिया और जिंदगी के नए सफर के लिए बधाईयां दी। सामूहिक विवाह की शुरुआत मुख्य अतिथि सेवानिवृत आईएएस, उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग अध्यक्ष अरविंद कुमार ने सपत्नीक, विशिष्ट अतिथि गिरीश जोशी प्रमुख लिस्टिंग, प्रबंध न्यासी भुवन चतुर्वेदी, सचिव अतुल कांत द्विवेदी, मणि प्रसाद मिश्र सेवानिवृत आईएएस, न्यायमूर्ति अवनीश कुमार, समाजसेवी अरुणेश बाजपेई, पल्लवी चतुर्वेदी, अविनाश चंद्रगुप्त, अनिल महिंद्रा, खालिद मसूद, पूर्णिमा मिश्रा, करुणा शंकर द्विवेदी, हरदोई चेयर मैन सुख सागर मिश्रा ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत से पहले गांधी भवन से गाजे बाजे के साथ बारात भी निकाली गई, जिसमें वर पक्ष और दूल्हा बारात के साथ विवाह स्थल पर पहुंचे। जहां बारात का ट्रस्टी अरुणेश बाजपेयी व पदाधिकारियों ने स्वागत किया। बारात पहुंचने के बाद हिंदू रीति रिवाजों के अनुसार सभी 17 जोड़ों का विवाह संस्कार संपन्न कराया गया, जबकि 5 मुस्लिम जोड़ों का हाजी करीमुद्दीन काजी ने कराया। मुख्य अतिथि अरविंद कुमार ने कहा कि यह कार्य अत्यंत ही पुण्य प्रदान करने वाला है। सचिव अतुल कांत द्विवेदी ने बताया कि पिछले कई वर्षो से ट्रस्ट द्वारा गरीब परिवारों की कन्याओं का विवाह कराने को समारोह का आयोजन किया जा रहा है।इस मौके पर पुलिस अधीक्षक हरदोई केशव चंद गोस्वामी ने भी आयोजन की सराहना की। इस मौके पर, आलोक श्रीवास्तव सहित ट्रस्ट से जुडे़ लोग एवं सामाजिक कार्यकर्ता आदि मौजूद थे। उधर, ट्रस्ट के सामूहिक विवाह में पूजन विधि का मंच संभाले कवि व लेखक अतुल कपूर ने कविताओं के माध्यम से स्वागत किया और नव विवाहितों को उनके कर्तव्यों से भी अवगत कराया। करीब तीन घंटे तक चले विवाह कार्यक्रम में गायत्री परिवार की ओर से टोली नायक अतुल कपूर तथा सहयोगियों ने विशिष्टि पूजन कराया और वर-वधुओं के लिए पवित्र मंत्र पढ़े गए। उधर, विवाह के पवित्र बंधन में बंधने वाले वर वधुओं को आशीर्वाद के साथ उपहार भी दिए गए। सभी नव दंपतियों को विवाह जोड़ा, वधू के लिए परिधान, पांच साड़ी, चादर, जेवरों में एक हार, झुमका, पायल चांदी की, नाक की कील सोने की, मेकअप व सुहाग का सामान आदि उपहार में दिए गए।
इसके अलावा कई लोगों ने कम्बल ,बर्तन, घड़ी और तमाम गृहस्थी की वस्तुएं उपहार स्वरूप दीं। इस मौके पर अविनाश चंद्र गुप्ता, सुखसागर मिश्र मधुर, , अतुल कांत द्विवेदी, अनिल श्रीवास्तव, मनीष चतुर्वेदी, महेंद्र दत्त मिश्र, करुणा शंकर द्विवेदी, हरगोविंद सेठी, शानू महेंद्रा, पूर्णिमा मिश्रा, माधवी श्रीवास्तव, शिखर अस्थाना, विमलेश तिवारी, गिरीश चंद्र मिश्रा, अनिल मिश्र एडवोकेट आदि ने योगदान दिया। गायत्री प्रज्ञापीठ पिहानी के व्यवस्थापक देवेंद्र मिश्रा दीवाना ,मनु शर्मा ,रजनीश राजू,संजय सिंह, प्रदीप राठौर अनिल राठौर, रामेश्वर शर्मा सुनील राठौड़ सुधीर राठौर विवेक अंकित हर्षित सुरेश विश्वकर्मा, फूल सिंह यादव, बलराम सिंह, बखरिया शत्रुघ्न सिंह, नरवीर , देशराज भिरिया, अंकित, रामसागर ,बेचेलाल परशुराम ,विश्राम सिंह, राघवेंद्र सिंह ,सौरभ सिंह आदि कार्यकर्ताओं ने विवाह समारोह की व्यवस्था देखी।

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