आपसी बंदर बाँट के चलते घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग किया जा रहा

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आपसी बंदर बाँट के चलते घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग किया जा रहा 

फतेहपुर चौरासी उन्नाव
क्षेत्र की ग्राम पंचायते भ्रस्टाचार के चलते ख्याति प्राप्त हैं, क्षेत्र की एक ग्राम पंचायत में नाला निर्माण में कराया जा रहा। आपसी बंदर बाँट के चलते घटिया निर्माण सामग्री का उपभोग कर कार्य को अंजाम दिया जा रहा है, मौके पर मौजूद पीली इंटे
एवं जमा डस्ट बालू कार्य की गुड़वत्ता का प्रमाण दे रही हैं।

 

 

 

फतेहपुर चौरासी क्षेत्र की ग्राम पंचायत पट्टी उस्मान हुलासीकुआँ गौरियकला मार्ग पर है। ग्राम पंचायत में एक नाले का निर्माण कराया जा रहा है। बन रहे नाले के निर्माण के लिये पीली इंटे, डस्ट एवं बालू जमा है। मौके पर कोई जिम्मेदार न मिलने पर काम कर रहे मिस्त्री से जब नाले के बारे में पूछा गया तो उसने ग्राम प्रधान के द्वारा नाले के निर्माण की बात बताई। बारादरी शिव मंदिर से अहमद के घर तक बन रहे इस नाले की लंबाई 50 मीटर लगभग बताई गई। देखने से ही मालूम हो रहा था कि नाले के निर्माण में जो भी बजट स्वीकृत हुआ होगा उसका बहुत ही कम हिस्सा धरातल पर लग रहा है।मिस्त्री मि मानी जाए तो गांव की महिला प्रधान का एक बेटा यह निर्माण कर रहा है। उसके यहाँ न हो के के कारण नाला निर्माण की वास्तविक स्थिति जानने हेतु गाँव के सचिव से अखबार के प्रतिनिधि द्वारा संपर्क किया गया। सचिव महोदय को गाँव में बन रहे नाला निर्माण की जानकारी ही नहीं है। नाला कब से बन रहा, क्या अनुमानित लागत, स्टीमेट में किस प्रकार की सामग्री का उपयोग की जानकारी दूर की बात उन्हें तो यह भी नहीं मालूम कि गांव में नाला निर्माण कहीं हो भी रहा हक़ी या नही। जब ग्राम पंचायत के सचिव ऐजे हैं जिनको गाँव मे विकास संबंधी क्या कार्य हो रहा है जानकारी ही नहीं तो विकास कैसे होंगे यह यक्ष प्रश्न है। प्रदेश की सरकार के जनमानश कार्यो में रूचि न लेने वाले इस कर्मी के प्रति अधिकारियों का क्या रवैया होगा यह भविष्य के गर्भ में है।

रिपोर्ट- रामशंकर तिवारी

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