पशु आश्रय स्थल पर बारिश का पानी भर जाने से बंद मवेशी नरकीय जीवन जीने पर विवश

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पशु आश्रय स्थल पर बारिश का पानी भर जाने से  बंद मवेशी नरकीय जीवन जीने पर विवश

बांगरमऊ उन्नाव।
ग्राम प्रधान द्वारा तालाब में बनवाये गए क्षेत्र के ग्राम सभा भिखारीपुर पतसिया स्थित पशु आश्रय स्थल पर बारिश का पानी भर जाने से इसमें बंद मवेशी नरकीय जीवन जीने पर विवश हैं।तथा उनके खान पान की ब्यस्था नदारद देखी गयी है। जिससे बेजुबान मौसम की बुरी मार झेलने पर विवश हैं।
गौरतलब क्षेत्र के भिखारीपुर पतसिया के ग्राम प्रधान द्वारा सरकार की मंशा को ठेंगा दिखाते हुए औपचारिकता वस गांव के एक तालाब में पशु आश्रय स्थल का निर्माण करवा दिया गया है। जिससे हल्की बारिश में ही भीषण जलभराव से पशुओं के सामने विकराल समस्या उत्पन्न हो जाती है। तथा इस स्थल पर पशुओ के खड़े होने तक का स्थान नहीं बचता है। आज जब पशु आश्रय स्थल जाकर देखा गया तो करीब आधा सैकड़ा पशु टीन शेड के नीचे अत्यधिक ठंड से सिकुड़े हुए खड़े देखे गए। किंतु उनके खाने के नाम पर चारा नदारद था। कई ग्राम वासियों द्वारा बताया गया है यहां पशु आश्रय स्थल पर पशुओं को चारे के नाम दिन में एक बार ही कटा हुआ पयार दिया जाता है। जिससे पूर्व में भी कई पशु यहां भूख से तड़प कर अपनी जान गवा चुके हैं। जिनमें से कुछ का पोस्टमार्टम कराया गया है तो कुछ गोपनीय तरीके से दफन करवा दिए गए हैं। ग्राम प्रधान की तानाशाही रवैया से यहां बंद मवेशी अपने नर की जीवन का दंश झेल रहे हैं। किंतु जिम्मेदार आंख मूंद कर बैठे हुए हैं जिससे सरकार की मंशा पर खुलेआम पानी फिरता हुआ देखा जा रहा है।

रिपोर्ट- मोहित मिश्रा

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