पावा में लगा लवकुश हटिया का मेला,आस्था का जीता जागता प्रतीक है पावा परियर

Listen to this article

पावा में लगा लवकुश हटिया का मेला,आस्था का जीता जागता प्रतीक है पावा परियर

रिपोर्ट -आर पी एस समाचार
प्रमुख संवादाता गिरीश त्रिपाठी

उन्नाव।
कहते हैं कि यह परियर बाल्मीकि की तपोभूमि है इसी स्थान पर माता सीता ने राम के त्याग के बाद अपना वनवास का समय व्यतीत किया था।जब श्री राम जी ने अश्वमेघ यज्ञ किया था तब उन्होंने एक अश्व छोडा था जिसको श्री राम जी के ही पुत्र लव कुश द्वारा पकड़ा गया था ।जहा पर लव और कुश ने घोड़े को पकड़ा था वह जगह आज भी देव नगरी पावा परियर के मध्य स्थित जानकी कुण्ड के नाम से प्रचलित है ।जहा हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा के दूसरे दिन विशाल मेला होता है । गंगा स्नान के बाद वापस आए श्रद्धालुओं को सप्ताह भर पहले से चल रही
पं श्री सूर्यकांत बाजपेई (सुदाम शास्त्री जी )के द्वारा भागवत महा पुराण का श्रवण करने का आनंद प्राप्त हुआ । भागवत पुराण के पंचम दिवस के दिन लव और कुश के घोड़े के साथ शोभा यात्रा निकाली गई । मेले में शोभा यात्रा के साथ मेला कमेटी के प्रधान रामरतन रविकर क्षेत्र पंचायत सदस्य मान सिंह यादव पंडित सूर्यकांत शास्त्री , सन्तोष कुमार राजपूत ,राजपूत यादव एवम् समस्त ग्राम वासियों सहित पावा चौकी प्रशासन भारी संख्या में महिला प्रशासन मौजूद रहा।

विज्ञापन बॉक्स