मिलावटी व नकली तेल का बढ़ता कारोबार

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मिलावटी व नकली तेल का बढ़ता कारोबार

         

रिपोर्ट -आर पी एस समाचार
प्रमुख संवादाता गिरीश त्रिपाठी

बांगरमऊ, उन्नाव
त्योहारी सीजन में खरीदारी की जल्दी में हम मिलावटी सामान खरीदकर घर ले आते हैं। मिलावटी सामान सेहत के लिए कितना खतरनाक है। इसका अंदाजा उस वक्त होता है जब कोई बीमार होता है। इसलिए पहले से ही सतर्कता बरतें और मिलावट की पहचान करने के बाद खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अधिकारियों को सूचित करें। सरसों के तेल में पेप्साइड ऑयल (कारखानों में काम में लिया जाने वाला ऑयल) मिलाया जाता है, जिससे पेट की बीमारियां और कैंसर तक होने की संभावना हो जाती है। सरसों तेल में अरंडी, सत्यानाशी, सोयाबीन और पॉम ऑयल के अलावा कई तरह के केमिकल मिलाए जा रहे हैं। मिलावटखोर राइस ब्रॉन को भी सरसों के तेल में मिलाकर बेच रहे हैं। इसकी पहचान करना बहुत जरूरी है। खरीदारी करते समय अगर आपने ये काम नहीं किया तो ये जानलेवा हो सकता है। नगर में नकली और मिलावटी तेल का कारोबार बड़े पैमाने पर फल फूल रहा है।

ऐसे करें मिलावटी तेल की पहचान

फ्रिज में रखने के बाद सरसों का तेल जम जाए तो मिलावट है

हाथ पर रगड़ कर देखें। हाथ पर रंग छोड़े तो मिलावट है।

तेल में खुशबू और रंग के लिए केमिकल मिलाया जाता है

एक चम्मच सरसों के तेल में पांच मिलीलीटर नाइट्रिक एसिड डालकर हिलाने पर अगर रंग बदलता है तो सत्यानाशी तेल की मिलावट है।

सरसों के तेल में मिलावट करने के लिए अरंडी, सत्यानाशी, पाम और सोयाबीन के तेल के अलावा कई रसायन मिलाए जाते हैं।

मिलावटी सरसों के तेल से पेट की गंभीर बीमारियां होने का खतरा बना रहता है। सामान खरीदने से पहले उसकी जांच कर लें। खाना खाने के बाद अगर शरीर में किसी तरह की दिक्कत होती है तो आप समझ जाएं कि तेल में मिलावट है।
बांगरमऊ नगर में मिलावटी और नकली कड़वे तेल का खेल काफी अरसे से चल रहा है क्योंकि इस धंधे में काफी मुनाफा है और कुछ व्यापारी ज्यादा पैसा कमाने के चक्कर में लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। नागरिकों ने जिला प्रशासन से इस मिलावटी और नकली तेल के धंधे पर रोक लगाने और मौत के सौदागरों के खिलाफ कठोर कार्यवाही किए जाने की मांग की है।

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