बेसिक शिक्षा विभाग की भूमि पर प्रधानाध्यापक व एसडीआई की सांठ गाँठ से हो रहा था धडल्ले से अवैध निर्माण

Listen to this article

बेसिक शिक्षा विभाग की भूमि पर प्रधानाध्यापक व एसडीआई की सांठ गाँठ से हो रहा था धडल्ले से अवैध निर्माण

 

डीएम के निर्देश के बाद एसडीएम ने की कार्यवाही पुलिस को भेजकर रुकवाया निर्माण कार्य

लेखपाल व कानून गो करते रहे टाल मटोल अधिकारियो के आदेश के बाद भी नही पहुचे रुकवाने

शिक्षा विभाग के अधिकारी व प्रधानाध्याप्क तह्सील प्रशासन को करते रहे गुमराह कि उनकी जमीन पर नही हो रहा निर्माण कार्य

   

रिपोर्ट -धर्मेंद्र कुमार सिंह

सफीपुर उन्नाव ।

कोतवाली क्षेत्र के अन्तर्गत ग्राम सकहन राजपुतान मे स्थित बेसिक शिक्षा विभाग स्कुल की जमीन पर दबंग कई दिनो से अवैध निर्माण कर रहे थे जिसकी सुचना प्रधानाध्यापक सहित खण्ड शिक्षा अधिकारी व बेसिक शिक्षा अधिकारी को थी लेकिन कार्यवाही के नाम पर कुछ नही किया उल्टे तह्सील प्रशासन के संज्ञान मे जब मामला पहुचा तो तह्सील प्रशासन को यह कह्कर गुमराह विभाग ने कर दिया कि उनके विद्द्यालय की किसी जमीन पर कोई निर्माण कार्य नही किया जा रहा है । लेकिन जब डीएम के संज्ञान मे मामला पहुचा तो उन्होने उपजिलाधिकारी को सरकारी स्कुल की जमीन पर किये जा रहे निर्माण को तकाल रुकवाने के आदेश दिये। एसडीएम ने फौरन पृभारी निरीक्षक को अवैध निर्माण कार्य रुकवाने के आदेश दिये पुलिस ने आनन फानन मौके पर पहुच कर डाली जा रही स्लेब निर्माण कार्य को रुकवा दिया ।
मालूम हो कि ग्राम सकहन राजपुतान स्थित बेसिक शिक्षा विभाग के स्कुल के नाम भूमि संख्या 873 व 874 दर्ज अभिलेख सुरक्षित खाता है जिसपर जूनियर प्राइमरी बाल व कन्या विद्द्यालय भवन भी बने हुये है । उसी भूखंड पर पुराना सामुदायिक भवन भी जर्जर हालत मे खडा है जिसमे पहले स्कुल और फिर बाद मे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चलता था लेकिन विद्द्यालय और अस्पताल के अपने निजी भवन बन जाने से अपने अपने निजी भवन मे चले गए और वो भवन आज भी जर्जर खडा है ।
इसी पुराने स्कुल व अस्पताल के जर्जर भवन के सामने गांव के ही राम रतन व छोटक्के केसनू पुत्रगण स्यामू कुम्हार दबंगई से सरेआम कई दिनो से स्कुल की सुरक्षित जमीन पर अवैध निर्माण भवन का कर रहे थे । जिसकी सूचना ग्रामीणो द्वारा प्रधानअध्यापक व खण्ड शिक्षा अधिकारी सहित बीएसए को दी तो सभी टाल मटोल करते रहे और निर्माण नही रुकवाया भवन स्लेब तक पहुच गया तो ग्रामीणो ने तह्सील प्रशासन को सुच्ना दी जहाँ लेखपाल व कानून गो भी मामले को टालते रहे उधर कार्य जोर शोर से सुरु हो गया । एसडीएम व तह्सीलदार ने भी लेखपाल व कानून गो को तुरंत मौके पर पहुच कर निर्माण कार्य रुकवाने के आदेश दिये लेकिन सभी ने अधिकारियो को गुमराह करने का काम किया मौके पर कोई नही पहुचा ।
उधर जब इस मामले को जिलाधिकारी के संज्ञान मे डाला गया तो उन्होने उप्जिलाधिकारी को तत्काल सरकारी स्कुल की जमीन पर किये जा रहे निर्माण कार्य को रुकवाने के आदेश दिये। तब जाकर उप्जिलाधिकारी राजेन्द्र प्रसाद ने कोतवाली पुलिस को भेजकर निर्माण कार्य को रुकवाया । लेकिन मजे की बात यह है कि प्रधानाध्यापक समेत एसडीआई लगातार तह्सील प्रशासन को रुकवाने के बजाय गुमराह करते रहे कि उनके स्कुल की जमीन पर कोई निर्माण कार्य नही हो रहा है । बिना जांच पैमाइश के ये कहना शिक्षा विभाग के प्रधानअध्यापक व अधिकारियो पर शक की सुई घुमाती है और प्रश्न चिन्ह लगाती है कि उनकी मिली भगत और ले देकर स्कुल की जमीन पर निर्माण कार्य किया जा रहा है । जो कार्यवाही करने के बजाय उल्टे निर्माण कराने मे लगे रहे ।

 

बताते है स्कुल भूखंड पर अवैध कब्जेधार्को का आधा मकान दो चार साल पहले ही बना रखा है और स्कुल भूमि पर दरवाजा रखकर अब तक जिस भूमि का सहन के रुप मे इस्तेमाल कर रहा था उस भूखंड पर पक्की दीवले खडी कर स्लेब डाल रहा था । लेकिन प्रधानाध्यापक व एसडीआई व बीएसए व लेखपाल कानून गो ने कोई कार्यवाही नही की। यह हालत है शिक्षा विभाग और तहसील के सरकारी सुरक्षित भूमि पर मिली भगत से निर्माण करा रहे है ।
उधर बीएसए ने बताया कि प्रधानाधयापक ने उप्जिलाधिकारी के कार्यालय मे प्रार्थनापत्र दे दिया है । लेखपाल व कानून गो ने कहा कि कल पैमाइश करेगे अगर स्कुल सुरक्षित खाते मे निर्माण किया गया है तो ढहा दिया जायेगा ।

 

तहसीलदार ने कहा कि वो अवकाश पर है लेखपाल कानून गो को जांच कर कार्यवाही के आदेश दे दिये है ।
उप्जिलाधिकारी राजेन्द्र प्रसाद ने बताया कि निर्माण कार्य पुलिस के जरिये रुकवा दिया गया है । जांच पैमाइश कर कार्यवाही करने के आदेश दिये है ।
अब देखना है कि शिक्षा विभाग प्रधानाध्यापक व एसडीआई पर क्या कार्यवाही करता है ।

विज्ञापन बॉक्स