अपर मुख्य सचिव कृषि का धौरा का निरीक्षण

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अपर मुख्य सचिव कृषि का धौरा का निरीक्षण

कृषि गोष्टी/जैविक प्रदर्शनी का किया उद्घाटन

किसानों को उन्नत खेती एफपीपी, जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित किया गया

     

रिपोर्ट -आरपीएस समाचार प्रमुख संवाददाता गिरीश त्रिपाठी

उन्नाव
अपर मुख्य सचिव (कृषि) देवेश चतुर्वेदी ने कृषि विज्ञान केन्द्र धौरा का निरीक्षण किया और राष्ट्रीय कृषि विकास योजनान्तर्गत परियोजना का शुभारम्भ किया जिसमें उद्यान, पशुपालन, कृषि यंत्रीकरण, एकीकृत कृषि प्रणाली के अन्तर्गत कृषि विज्ञान केन्द्र धौरा पर माडल कार्य कराये जायेंगे ,जिसका लाभ जनपद के कृषकों को होगा। इस अवसर पर उन्होंने कृषि विभाग और यू0पी0डास्प के सहयोग से लगायी गयी जैविक प्रदर्शनी का अवलोकन किया और किसान गोष्ठी में आये हुये कृषकों को सम्बोधित करते हुये कहा कि किसान उन्नत कृषि तकनीक अपनाकर खेती करें। फसल उत्पादन और फसल सुरक्षा के लिये परम्परागत तरीकों को अपनाकर गुणवत्तायुक्त खेती के लिये जैविक खेती की ओर अग्रसर हो।
उन्होने निवेश प्रबंधन उत्पादन/विपणन का कार्य कृषक उत्पादक संगठन बनाकर करने की सलाह कृषकों को दी और बताया कि सरकार कृषक उत्पादक संगठनों को 80 प्रतिशत तक अनुदान पर फार्म मशीनरी बैंक, भण्डारण और बीज विधायन संयत्र, बीज, उर्वरक के लाइसेंस उपलब्ध करा रही है। किसान भाई गेहूॅ की फसल समर्थन मूल्य पर बेचने के लिये पंजीकरण कराकर रू0 1975 प्रति कु0 की दर से अपनी उपज बेच सकते है। आई0पी0एम0 के प्रशिक्षण में किसानों को आई0पी0एम0 किट और प्रमाण पत्र वितरित किये। कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र धौरा के अध्यक्ष रमेश कुमार सिंह ने अपर मुख्य सचिव का स्वागत किया और कृषि विज्ञान केन्द्र धौरा की प्रगति की जानकारी दी।
इस अवसर पर जैविक उत्पादक संघ एवं गोपाल दास बायो कृषक उत्पादक संघ ने जैविक उत्पाद की प्रदर्शनी लगायी। अपर मुख्य सचिव ने नमामि गंगे, परम्परागत कृषि विकास योजना के अन्तर्गत कृषि विभाग/यू0पी0डास्प से जुड़कर योजनाओं का लाभ लेकर जैविक खेती करने की सलाह कृषकों को दी।
इस अवसर पर उप कृषि निदेशक, जिला कृषि अधिकारी, जिला कृषि रक्षा अधिकारी, भूमि संरक्षण अधिकारी, कृषि विज्ञान केन्द्र धौरा के वैज्ञानिक डा0 सुनील सिंह , डा0 रत्ना सहाय, डा0 रमेश चन्द्र मौर्य उपस्थित रहे।

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