किन्नर हत्याकांड में नया मोड़
मुस्कान के पति ने पुलिस को बताया चौंकाने वाला राज, इस बात से हर कोई अनजान
प्रधान संपादक रघुनाथ प्रसाद शास्त्री
उन्नाव के सफीपुर कस्बे के मोहल्ला बबरअलीखेड़ा में किन्नर मुस्कान की हत्या के बाद शव का अंतिम संस्कार करने के लिए तीन गुटों में विवाद हो गया। इस कारण पोस्टमार्टम हाउस में दो घंटे तक हंगामा हुआ। कानपुर से आए लालमन, लखनऊ की साहिदा हाजी और उन्नाव के कमल के साथ अलग-अलग किन्नरों के गुट शव का अंतिम संस्कार करने के लिए खींचतान करने लगे। पुलिस ने किन्नरों के मुखिया से बात कर उन्हें शांत कराया। बाद में शुक्लागंज के चंदनघाट पर अंतिम संस्कार पर सहमति बनी। सफीपुर कोतवाल अवनीश कुमार सिंह मृतक किन्नर के पति व अन्य के साथ शव लेकर घाट गए। इस दौरान असोहा, आसीवन, सफीपुर व सदर कोतवाली की फोर्स तैनात रही।
कमाई में हिस्से को लेकर था मनमुटाव
मुस्कान सम्मेलनों में भी जाती थी। पति सोनू ने बताया कि तीन साल पहले दोनों ने कोर्ट मैरिज की थी। मथुरा में वह मकान बनवा रहा है। 15 दिन पहले वह घर गया था। मुस्कान ने कार चालक मनोज गोस्वामी को शुक्रवार सुबह बाइक देने मथुरा भेजा था।
सोनू ने बताया कि साथ रहने वाले किन्नर अन्नू को मुस्कान के क्रेडिट कार्ड का पासवर्ड मालूम था। तीन महीने पहले एटीएम से 40 हजार रुपये निकाल लिए थे। इसपर दोनों में विवाद हुआ था। बताया कि किन्नर जो भी कमाई करते थे पचास फीसदी मुस्कान के हिस्से में आती थी इस पर भी मन मुटाव रहता था।
किन्नर के शव का पोस्टमार्टम दो डॉक्टरों के पैनल से कराया गया। पोस्टमार्टम प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी हुई। पैनल में सीएचसी पुरवा के डा. उमेंद्र कुमार और असोहा सीएचसी के डॉ. विमल कुमार शामिल रहे। पोस्टमार्टम में सिर में गोली लगने से मौत की पुष्टि हुई है।
आपको बता दें कि उन्नाव के सफीपुर कस्बे के मोहल्ला बबरअलीखेड़ा में शुक्रवार रात किन्नर की सोते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्यारे लाखों के जेवर, कीमती सामान और मोबाइल फोन लूट ले गए। शनिवार सुबह रसोइया घर पहुंचीं तो घटना का पता चला।
किन्नर के साथ रहने वाले तीन साथी फरार हैं। पुलिस सर्विलांस के जरिये उनकी तलाश कर रही है। एसपी का कहना है कि संपत्ति के लालच में हत्या की गई है। कानपुर के बिठूर के गांव अरैर निवासी किन्नर मुस्कान (35) का बबरअलीखेड़ा में मकान है। उसके साथ मुरादाबाद निवासी किन्नर रूबी, मथुरा की सलोनी और झांसी की अन्नू भी रहती थीं।
शनिवार सुबह करीब पांच बजे सराय सुबेदार निवासी रसोइया पुष्पा और संतोष मुस्कान के घर पहुंचीं तो देखा कि दरवाजा बाहर से बंद है। किसी तरह दरवाजा खोला तो खून से लथपथ मुस्कान का शव बिस्तर पर पड़ा देखकर उनके होश उड़ गए।
रिपोर्ट ललित कुमार