राम मंदिर निर्माण शुरू करने को लेकर श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र की बैठक आज

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राम मंदिर निर्माण शुरू करने को लेकर श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र की बैठक आज

   

रिपोर्ट- गिरीश त्रिपाठी
स्वतंत्र पत्रकार /मुख्य संवाददाता
आर पी एस समाचार

अयोधया
भगवान श्री राम के मंदिर के निर्माण को लेकर आज शनिवार को एक उच्च स्तरीय बैठक राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र में हो रही है। बैठक में मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा मौजूद रहेंगे। बैठक में निर्माण शुरू करने की तारीख पर मुहर लगने की संभावना है।उम्मीद जताई जा रही है कि निर्माण कार्य अगस्त के प्रारंभ में प्रधानमंत्री मोदी के हाथों शुरू हो सकता है। बैठक में शामिल होने के लिए 15 में से 12 सदस्य अयोध्या पहुंच चुके हैं ।वहीं कोरोना के चलते 3 सदस्य इसमे VC के माध्यम से जुड़ेंगे, इनमे प्रयागराज के जगदगुरु स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती, कर्नाटक के माध्वाचार्य स्वामी विश्व प्रसन्न तीर्थ व मंदिर का केस लड़ने वाले सीनियर वकील के परासरन हैं।
निर्माण कार्य की शुरुवात में पहले कई माननीयों को बुलाने का प्रोग्राम था लेकिन कोरोना महामारी के चलते हैं माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी के अलावा, कुछ और चुनिंदा लोगों को ही बुलाया जा सकता है। पीएम मोदी को बुलाने के लिए माना जा रहा है कि सावन की पूर्णिमा यानी कि 5 अगस्त या उससे दो-तीन दिन पहले की तिथियां शुभ हैं और इन्हीं शुभ मुहूर्तों पर विचार के लिए आचार्यों की टीम भी बनाई गई है । ट्रस्ट इन्ही मुहूर्त का उल्लेख करते हुए पीएम से गर्भ गृह में भूमि पूजन के लिए आग्रह करेगा ।
1989 में भूमि पूजन कामेश्वर चौपाल भी अयोध्या पहुंच चुके हैं, कामेश्वर चौपाल जी ने उस वक्त सिंहद्वार पर भूमि पूजन किया था, जबकि प्रधानमंत्री मोदी गर्भ गृह में भूमि पूजन करेंगे।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट की यह दूसरी बैठक सम्पन्न होनें के बाद ट्रस्ट महासचिव चंपत राय ने मीडिया को जारी किये गए बयान में कहा कि L&T मिट्टी की जांच के लिए सैंपल इकट्ठा कर रही है।जमीन के 60 मीटर नीचे की मजबूती को देखते हुए ही मंदिर की नींव डाली जाएगी।
आज की मीटिंग में यह तय हुआ है कि मंदिर के लिए टाइल्स सोमपुरा मार्बल ब्रिक्स की ओर से दिया जाएगा।लार्सन ऐंड टुब्रो अपना काम करेगा और टाइल्स का काम सोमपुरा मार्बल्स करेगा।
दोनों मिलकर मंदिर का निर्माण करेंगे।शिलान्यास कार्यक्रम के लिए पीएम मोदी से निवेदन किया गया है।निवेदन स्वयं नृत्यगोपाल दास जी ने किया है।लेकिन अंतिम फैसला पीएमओ को करना है।देश में अभी बॉर्डर और कई मामले चल रहे हैं।तारीख तय करके हमने पीएमओ को भेज दी है, अंतिम फैसला पीएमओ लेगा।
ट्रस्ट की बैठक में 29 जुलाई या 5 अगस्त को शिलान्यास पर चर्चा हुई।कोरोना संकट और बरसात के बाद 10 करोड़ परिवारों से मंदिर के लिए सहयोग के लिए सम्पर्क अभियान चलेगा।मंदिर का तकनीकी निर्माण शुरू करने के बाद 3 साल में मन्दिर बन जाएगा।समतलीकरण का काम लगभग पूरा हो गया है।अभी तक के काम से सभी सदस्य संतुष्ट हैं।
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल नें अपनें बयान में कहा कि भूमि पूजन के लिए 3 व 5 अगस्त तारीख भेजी गई।3 या 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अयोध्या में भूमि पूजन करेंगें।बैठक में राम मंदिर के स्वरूप पर भी चर्चा हुई।161 फीट ऊंचा होगा राम मंदिर और
तीन की बजाय अब बनाए जाएंगे पांच गुंबद।बैठक के बाद ट्रस्ट के सदस्य रामलला के दर्शन के लिए रवाना हो गए।
उधर लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर अयोध्या धाम के विकास के लिए कराए जाने वाले कार्यों के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या नगरी का विकास इस प्रकार से किया जाए कि यहां आने वालों को कोई दिक्कत न हो। यातायात की व्यवस्था सुगम हो, इसके लिए सड़कों का चौड़ीकरण कराया जाए।मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न दिशाओं से अयोध्या पहुंचने वाले दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए चरणबद्ध तरीके से सड़कों का प्रभावी और निर्बाध नेटवर्क तैयार किया जाए।मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़कों के दोनों ओर सभी जनसुविधाओं, जैसे – पेयजल, शौचालय इत्यादि की अच्छी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। वाहनों से आने वाले दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए मल्टी लेवेल पार्किंग का निर्माण किया जाए।
मुख्यमंत्री जी कहा कि अयोध्या में अण्डरग्राउण्ड केबलिंग की व्यवस्था की जाए, ताकि इधर-उधर तार न लटकें तथा अच्छी मार्ग प्रकाश व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए।मुख्यमंत्री जी कहा कि अयोध्या आने वाले दर्शनार्थियों को नगर के अंदर इलेक्ट्रिक कार्ट्स के माध्यम से यातायात की सुविधा उपलब्ध कराई जाए।

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