फरीदाबाद के होटल पर पुलिस रेड में विकास दुबे का साथी पकड़ा गया

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फरीदाबाद के होटल पर पुलिस रेड में विकास दुबे का साथी पकड़ा गया

पुलिस को मिली थी विकास दुबे के छुपे होने की खुफिया जानकारी

 

रिपोर्ट- गिरीश त्रिपाठी
स्वतंत्र पत्रकार /मुख्य संवाददाता
आर पी एस समाचार

लखनऊ

कानपुर के चर्चित विकास दुबे गैंगस्टर की तलाश में लगभग पुलिस की 40 टीमें उसकी तलाश में लगी हुई है उधर
हरियाणा के फरीदाबाद में एक होटल में विकास दुबे के छुपे होने का इनपुट मिला था।उसके आधार पर फरीदाबाद पुलिस ने वहां रेड की। लेकिन वहां विकास दुबे नहीं मिला। मगर फरीदाबाद पुलिस ने विकास दुबे के एक साथी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को आशंका है कि वहां विकास दुबे भी मौजूद था।इस ख़बर के बाद यूपी एसटीएफ की एक टीम फरीदाबाद रवाना हो गई है।
कानपुर के मोस्ट वांटेड विकास दुबे की तलाश में पुलिस ने मंगलवार को फरीदाबाद के बड़खल चौक पर बने ओयो गेस्ट हाउस में छापेमारी की। पुलिस की टीम में करीब 30 से 35 जवान और अधिकारी सादा वर्दी में थे. गेस्ट हाउस पर छापे के दौरान पुलिस ने वहां से विकास दुबे के एक साथी को पकड़ा है, हालांकि पुलिस इस मामले में कुछ कहने को तैयार नहीं है।
फरीदाबाद में दिल्ली-मथुरा हाईवे के किनारे बड़खल चौक पर एक ओयो गेस्ट हाउस में पुलिस ने छापेमारी की. बताया जाता है कि पुलिस को सूचना मिली थी कि कानपुर कांड का मोस्ट वॉन्टेड विकास दुबे वहां छिपा है. पुलिस ने आनन-फानन में यह कार्रवाई अंजाम दे डाली। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक 30 से 35 की संख्या में पुलिस के जवान सादा वर्दी में वहां पहुंचे थे. कुछ देर वहां ठहरने के बाद पुलिस दल वहां से निकल गया।कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक वहां फायरिंग भी हुई।
बता दें कि एक सौ बीस घंटे से ऊपर हो चुके हैं. यूपी पुलिस की 40 टीमें उसकी खाक छान रही हैं।कानपुर के आस-पास का पूरा इलाका छान मरा गया।यूपी एमपी बॉर्डर, यूपी नेपाल बॉर्डर तक पर यूपी पुलिस चौबीसों घंटे नजरें गड़ाए है। कानपुर से निकल कर जाने वाले हर हाईवे, हर सड़क, हर टोल हर नाके को खंगाला जा चुका है। हर टोल की सीसीटीवी तस्वीरें दर्जनों बार देखी जा रही हैं। बंद पड़े होटलों और गेस्ट हाउसों तक की तलाशी ली जा रही है।
उसके हर दूर-नजदीक के हर रिश्तेदार, दोस्त, जान-पहचान वालों के घर तक पुलिस हो आई है।. मगर विकास दुबे का कोई सुराग नहीं मिल रहा।यूपी पुलिस के सूत्रों के मुताबिक फिलहाल तीन ही ऐसे ठिकाने हैं, जहां विकास दुबे के छुपे होने की सबसे ज्यादा उम्मीद है। पहला कानपुर के आसपास ही किसी जानने वाले के घर में. दूसरा नेपाल में और तीसरा मध्य प्रदेश में.
पुलिस के मुताबिक चूंकि कोरोना के बाद से ही लगभग सभी होटल और गेस्ट हाउस बंद हैं, लिहाजा यहां उसके छुपे होने की उम्मीद बेहद कम है। इसीलिए सबसे ज्यादा पुख्ता यही है कि वो अपने किसी जानने वाले या गुर्गे के घर पर ही छुपा हुआ है।कानपुर गोलीकांड से बाद से विकास दुबे फरार है।गैंगस्टर विकास दुबे के सिर पर इनाम सरकार नें ढाई लाख से बढ़कर 5 लाख कर दिया है।आज तक के इतिहास में देश का पहला गैंगेस्टर विकास दुबे बना है जिसके ऊपर इतनी जल्दी जल्दी इनाम बढ़ा है।बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे के फरीदाबाद में होने की खबर पर पुलिस पहुंची थी। बताते हैं की विकास दुबे फरीदाबाद में 2-3 दिन रुका था ।वह होटल के अलावा नहर पार की न्यू इंदिरा कॉलोनी में अपने कुछ दूर के रिश्तेदारों के यहां भी रुका था।
फरीदाबाद की स्पेशल क्राइम टीम में अब तक 3 लोगों को गिरफ्तार किया है।कार्तिकेय उर्फ प्रभात की गिरफ्तारी हुई है।यह गोलीकांड में विकास दुबे के साथ था।प्रभात से 4 हथियार बरामद हुए हैं।जिनमें से 2 सरकारी पिस्टल यूपी पुलिस की हैं।फरीदाबाद पुलिस प्रभात को दोपहर को कोर्ट में पेश करके रिमांड मांगेगी ।फरीदाबाद पुलिस की एफआईआर के अमुसार कुल 3 आरोपी ,प्रभात ,अंकुर और अंकुर के पिता श्रवण गिरफ्तार हुऐ हैं।अंकुर और उसके पिता पर विकास और उसके गैंग को छिपाने का आरोप है।मंगलवार को न्यू इंद्रा नगर में अंकुर के घर मुठभेड़ के बाद सभी आरोपी पकड़े गए।जहाँ पुलिस और बदमाशों के बीच फायरिंग हुई।मौके से पुलिस नें 44 ज़िंदा कारतूस बरामद,4 पिस्टल , जिसमें 2 पिस्टल यूपी पुलिस की लूटी हुई हैं बरामद किये हैं।अंकुर और श्रवण भी कानपुर के पास के रहने वाले हैं।विकास चकमा देकर भागा।फरीदाबाद में पकड़े गए विकास दुबे के करीबियों से पूछताछ में फरीदाबाद पुलिस ने ही बताया था हमीरपुर में अमर दुबे छुपा हुआ है।जिसको पकड़ने गए यूपी पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है।घटना स्थल से कई चले हुए कारतूस और ऑटोमेटिक पिस्टल एक नीला बैग भी बरामद हुआ है।मौदाहा थाना क्षेत्र के नेशनल रोड के पास मुठभेड़ हुई थी।पुलिस को अरतरा गांव में छिपे होने की सूचना मिली थी।
पुलिस ने आस पास के इलाके में छानबीन की शुरू की।अमर दुबे यंहा से भागकर एमपी जाने की फिराक में था ।उसके अन्य साथियों की भी तलाश जारी है।
उधर इनामी बदमाश विकास दुबे के एक साथी श्यामू बाजपेई को चौबेपुर पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। श्यामू बाजपेई पर भी 25000 का इनाम है।

पुलिस महकमें के भीतर छिपे विकास के मददगारों की बढ़ रही है संख्या

सूत्रों की माने तो विकास दुबे की मदद के शक में चौबेपुर, बिल्हौर, ककवन, और शिवराजपुर थाने के 200 से अधिक पुलिसकर्मी रडार पर हैं।इन सभी के मोबाइल सर्वलांस पर हैं, CDR भी खंगाले जा रहे है। इनमें से तमाम पुलिसकर्मी विकास दुबे के सामने नतमस्तक थे।उसके लिए ही गुर्गों की तरह काम करते थे, पुलिस एसटीएफ की टीमें एक-एक बिंदुओं पर काम कर रही है।
कानपुर एसएसपी दिनेश कुमार पी ने सत्यनिष्ठा संदिग्ध होने पर
चौबेपुर थाने में तैनात 68 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर
कर प्रदेश की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुये थाने में तैनात सभी पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर किया है। बिकरु कांड में निलंबित किये गए बीट दारोगा के के शर्मा ने पूछताछ में बताया है कि 2 जुलाई को शाम 4 बजे विकास नें फोन पर धमकी दी थी कि थानेदार को समझाने लो अगर बात बढ़ी तो बिकरू गॉव से लाश उठेंगी । बीट दारोगा थानेदार को  सूचना देकर और बिकरू गांव की बीट हटाकर दूसरी बीट देने को कहा था।दारोगा बोला मैं सहम गया था,मुठभेड़ टीम मे भी दरोगा शामिल नहीं हुए थे ।
*शिवली रोड के कई गॉवो में विवाद की जांच के लिए पुलिस को विकास दूबे से लेनी पड़ती थी अनुमति*
किसी भी गाँव से तहरीर मिलने के बाद बीट दरोगा और सिपाही विकास को जानकारी देते थे।
विकास की अनुमति के बाद ही पुलिस गाँव जाती थी।अधिकतर मामले विकास अपने घर पर ही बुलाकर हल करा देता था।

घटना की मजिस्ट्रेट्री जांच शुरू

एडीएम भू राजस्व प्रमोद शंकर शुक्ला जिनको जांच मजिस्ट्रेट बनाया गया है नें एफआईआर कॉपी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट ,दर्ज किए गए बयान आदि के दस्तावेज मांगे है।मौके के परीक्षण के साथ ही जेसीबी चालक और बिजली काटे जाने के बिंदुओं की जांच होगी।
विकास पर कार्यवाही
विकास और उसके भाई पर दर्ज हो सकते हैं कुछ और मुक़द्दमे
जो लोग विकास के ख़ौफ़ से अबतक नही जुटा पाए थे हिम्मत अब आ रहे सामने। सचिवालय की नीलामी में मिली कार धमकाकर लेनें के मामले मे हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे और उसके छोटे भाई दीप प्रकाश का गैर जमानती वारंट पुलिस लेगी।
औपचारिकताएँ की गई पूरी, गैर जमानती वारंट मिलने के बाद ही पुलिस लखनऊ में विकास की संपत्ति को कुर्क करने की आसानी से ले सकेगी अनुमति।

थाने की टॉप टेन लिस्ट में नहीं था विकास दुबे का नाम अब बन गया प्रदेश का टॉप 3 अपराधी

8 पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद टॉप वन में पहुंच गया विकास दुबे का नाम, उसके ऊपर पांच लाख का इनाम है।विकास दुबे के अलावा प्रदेश के दो ऐसे अपराधी हैं जिनका नाम ढाई-ढाई लाख की लिस्ट में शामिल है, इनमें से एक है मेरठ का मोस्ट वांटेड बदन सिंह बद्दो और दूसरा पश्चिमी यूपी का आशुतोष ।

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