पच्चीस हजार का पुरूस्कार घोषित भगोड़ा इंस्पेक्टर गिरफ्तार

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पच्चीस हजार का पुरूस्कार घोषित भगोड़ा इंस्पेक्टर गिरफ्तार

तत्काल प्रभाव से पुलिस सेवा से पदच्युत कर दिया गया

       

रिपोर्ट~ गिरीश त्रिपाठी स्वतंत्र पत्रकार

  लखनऊ
प्रदेश के देवरिया के भटनी थाने का निलंबित पूर्व थानेदार और पच्चीस हजार रूपये का ईनामी आरोपी भीष्मपाल सिंह यादव को पुलिस की एक टीम ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि मंगलवार को आरोपी पूर्व थानेदार के खिलाफ छेड़खानी आदि का मुकदमा भटनी में मु0अ0सं0-111/20 धारा-354क,166,509 भादंसं पंजीकृत हुआ था। जिसमें अभियुक्त निरीक्षक भीष्मपाल के फरार हो जाने के कारण गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी।
सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश के क्रम में अशोभनीय एवं अमर्यादित आचरण करने पर जनपद देवरिया के थाना भटनी पर तहरीरी सूचना पर पंजीकृत मुकदमें के अभियुक्त निलम्बित निरीक्षक भीष्मपाल सिंह के घटना के पश्चात् फरार हो जाने के फलस्वरूप उसके ऊपर पुलिस अधीक्षक डॉ श्री पति मिश्र ने उसके ऊपर 25,000/- रूपये का पुरस्कार घोषित किया गया था।उसी के बाद 1जुलाई को जनपद की एसओजी टीम द्वारा हरैया जनपद बस्ती के पास से अभियुक्त निलम्बित निरीक्षक भीष्मपाल सिंह को गिरफ्तार किया गया। इसी के साथ ही इस निलम्बित निरीक्षक को इसके नियुक्ति प्राधिकारी पुलिस उप महानिरीक्षक, गोरखपुर परिक्षेत्र, गोरखपुर द्वारा तत्काल प्रभाव से पुलिस सेवा से पदच्युत कर दिया गया है।और आरोपी के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जा रही है।
महिलाओं के सामने अश्लील हरकत करने वाले बर्खास्त इंस्पेक्टर भीष्मपाल सिंह यादव को गुरुवार की शाम फास्ट ट्रैक कोर्ट प्रथम सीनियर डिवीजन के जज अमित कुमार के आवास पर पुलिस ने पेश किया। जहां से बर्खास्त इंस्पेक्टर को जेल भेज दिया गया। पेशी को लेकर दीवानी न्यायालय परिसर में पुलिस का पहरा बढ़ा दिया गया था। लोगों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस ने रणनीति के तहत दीवानी न्यायालय परिसर कोर्ट में पेश करने से परहेज किया।बर्खास्त इंस्पेक्टर को गौरीबाजार थाने में करीब दस घंटे रखा गया था। गुरुवार की सुबह 11 बजे उसे फास्ट ट्रैक कोर्ट प्रथम सीनियर डिवीजन के जज अमित कुमार के न्यायालय में पेश करने की तैयारी शुरू हुई।लेकिन कागजी कार्रवाई पूरी न होने तथा लोगों के आक्रोश को देखते हुए शाम करीब पांच बजे जज के आवास पर विवेचक सीओ भाटपाररानी पंचमलाल तथा गौरीबाजार थानाध्यक्ष विजय सिंह गौर बर्खास्त इंस्पेक्टर भीष्मपाल सिंह यादव को लेकर पहुंचे। कागजात देखने के बाद न्यायाधीश ने जेल भेज देने का आदेश दिया। इसके बाद पुलिस ने बर्खास्त इंस्पेक्टर को जेल भेज दिया।
*यह है मामला*
मंगलवार की सुबह से वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहा है कि भटनी थाने में तत्कालीन इंस्पेक्टर भीष्मपाल सिंह यादव अपने कार्यालय में बैठा है। साथ ही आपत्तिजनक स्थिति में आ जाता है। फरियाद लेकर आई महिलाएं अपनी बातों को उसके सामने रख रही है। इंस्पेक्टर उनकी बातों को सुनने के साथ ही वीडियो बना रही महिला को इशारा कर बुलाता है। लेकिन महिला जाने की बजाय उसका वीडियो बनाती रहती है। ढाई मिनट के वीडियो में महिलाओं को न्याय दिलाने का इंस्पेक्टर आश्वासन देता है।
*देवरिया में चार थानों पर थानाध्यक्ष रहा है भीष्मपाल सिंह यादव*
जिस इंस्पेक्टर की करतूत से पूरा पुलिस महकमा शर्मसार हुआ है, वह भीष्मपाल सिंह यादव 2016 में जनपद में आया है। सबसे पहले उसे लार थाने की कमान सौंपी गई। इसके बाद उसे मदनपुर, खामपार, भटनी में थाने की कुर्सी मिलती रही। 21 जून की रात उसे सलेमपुर कोतवाली का प्रभारी निरीक्षक बनाने का आदेश जारी किया गया, हालांकि एक घंटे के अंदर ही उसे अपराध इंस्पेक्टर सलेमपुर बनाने का आदेश मिला। इसके अलावा सदर कोतवाली में भी वह एसएसआइ के पद पर कुछ दिनों तक तैनात रहा है।
*सीओ भाटपाररानी को सौंपी गई है जांच*
भटनी थाने में बर्खास्त इंस्पेक्टर के खिलाफ दर्ज मुकदमे की जांच सीओ भाटपाररानी पंचमलाल को सौंपी गई है। गुरुवार को दिन भर वह सदर कोतवाली में बैठ कर पर्चा काटते रहे।

*महिलाओं से अश्लीलता व अभद्रता से बात करने के मामले को लेकर उत्तर राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने लिया स्वतः संज्ञान*
देवरिया के भटनी थाने में थानेदार द्वारा हुई महिला से अश्लीलता को संज्ञान में लेते हुए श्रीमती सुषमा सिंह ने पत्रचार के जरिये पुलिस महानिदेशक से रिपोर्ट तलब की है।उधर उन्नाव में पुलिस अधीक्षक कार्यालय में तैनात पुलिसकर्मी द्वारा महिला से अभद्रता करने वाले मामले में भी श्रीमती सुषमा सिंह ने रिपोर्ट तलब किया है।
कल लखनऊ में एक थानेदार द्वारा महिला से फोन पर ग़ैरजिमेदाराना ढंग से तथा अभद्रता से बात करने के मामले को लेकर भी उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष श्रीमती सुषमा सिंह ने स्वतः संज्ञान में लेते हुए पुलिस मुखिया से रिपोर्ट तलब किया ।।
उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष श्रीमती सुषमा सिंह ने पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश को पत्राचार द्वारा उपरोक्त घटनाओं के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस कर्मियों के ऊपर कड़ी से कड़ी कार्यवाही कर आयोगको अवगत कराने के निर्देश दिए।

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