केंद्र सरकार ने पूरे देश के उन जिलों की लिस्ट जारी कर दी है, जहां कोरोना वाइरस के संक्रमण का खतरा अधिक है।

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केंद्र सरकार ने पूरे देश के उन जिलों की लिस्ट जारी कर दी है, जहां कोरोना वाइरस के संक्रमण का खतरा अधिक है।

 

रिपोर्ट-गिरीश त्रिपाठी स्वतन्त्र पत्रकार

लखनऊ
वैसे तो देश के महाराष्ट्र प्रदेश में कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा केस सामने आए हैं, लेकिन रेड जोन की संख्या उत्तर प्रदेश में अधिक हैं।यूपी में जहां 19 जिले रेड जोन में आ रहे हैं, वहीं महाराष्ट्र में ऐसे जिलों की संख्या 14 है। रेड जोन में वो जिले हैं, जहां कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा खतरा है ऐसे जिलों में लॉकडाउन का सख्ती से पालन हो रहा है और बड़ी आबादी की जांच की जा रही है।
उत्तर प्रदेश के जिले जो रेड जोन में हैं। उनमें आगरा, लखनऊ, सहारनपुर, कानपुर नगर, मुरादाबाद, फिरोजाबाद, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, मेरठ, रायबरेली, वाराणसी, बिजनौर, अमरोहा, संत कबीर नगर, अलीगढ़, मुजफ्फरनगर, रामपुर, मथुरा और बरेली जनपद है।
उत्तर प्रदेश के ऑरेंज जोन में गाजियाबाद, हापुड़ बागपत, बस्ती, बदायूं, सम्भल, ओरैया, शामली, सीतापुर, बहराइच, कन्नौज, आजमगढ़, मैनपुरी, श्रावस्ती, बांदा, जौनपुर, एटा, कासगंज, सुल्तानपुर, प्रयागराज, जालौन, मिर्जापुर, इटावा, प्रतापगढ़, गाजीपुर, गोंडा, मऊ, भदौही, उन्नाव, पीलीभीत, बलरामपुर, अयोध्या, गोरखपुर, झांसी, हरदोई, कौशाम्बी जनपद शामिल है। प्रदेश में ग्रीन जोन में बाराबंकी, खीरी, हाथरस, महाराजगंज, शाहजहांपुर, अम्बेडकरनगर, बलिया, चंदौली, चित्रकुट, देवरिया, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, हमीरपुर, कानपुर देहात, कुशीनगर, ललितपुर, महोबा, सिद्धार्थनगर, सोनभद्र, अमेठी जनपद है।वैसे आज शुक्रवार को सिद्धार्थनगर में भी दो पाजेटिव मिले है।
जो जनपद ग्रीन जोन में है, वहां 3 मई के बाद कुछ राहत रहेगी हालांकि बाहर निकलने पर मास्क लगाना और शारीरिक दूरी का ध्यान रखना जरूरी होगा। रेड जोन वाले इलाकों में अभी पाबंदियां जारी रहेंगी।
जोनवार जिलों की श्रेणी
रेड जोन के जिले: आगरा, लखनऊ, सहारनपुर, कानपुर नगर, मुरादाबाद ,फिरोजाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, मेरठ, रायबरेली, वाराणसी, बिजनौर, अमरोहा, संत कबीर नगर, अलीगढ़, मुजफ्फरनगर, रामपुर, मथुरा, बरेली हैं।
आरेंज जोन: गाजियाबाद, हापुड़, बदायूं, बागपत, बस्ती ,शामली, औरैया, सीतापुर, बहराइच, कन्नौज, आजमगढ़, मैनपुरी, श्रावस्ती, बांदा, जौनपुर, एटा, कासगंज, सुल्तानपुर, प्रयागराज, जालौन, मिर्जापुर, इटावा, प्रतापगढ़, गाजीपुर, गोंडा, मऊ, भदोही, उन्नाव, पीलीभीत, बलरामपुर, अयोध्या, गोरखपुर, झांसी, हरदोई, कौशांबी हैं।
ग्रीन जोन: बाराबंकी, लखीमपुर खीरी, हाथरस, महाराजगंज, शाहजहांपुर, अंबेडकर नगर ,बलिया ,चंदौली ,चित्रकूट, देवरिया, फर्रुखाबाद ,फतेहपुर, हमीरपुर, कानपुर देहात, कुशीनगर, ललितपुर, महोबा, सिद्धार्थ नगर, सोनभद्र, अमेठी हैं।
देश में लॉकडाउन दो सप्ताह के लिए बढ़ा दिया गया है. अब इसे बढ़ाकर 17 मई तक कर दिया गया है। इस संबंध में केंद्र सरकार की तरफ से बयान जारी किया गया है।ग्रीन और ऑरेंज जोन में थोड़ी राहत दी जाएगी लेकिन रेड जोन में फिलहाल किसी तरह की राहत नहीं दी जाएगी।आगे चलकर सरकार की योजना है कि चरणबद्ध तरीके से इस लॉकडाउन में जनता को धीरे-धीरे राहत दी जाएगी।
इससे पहले गृह मंत्रालय की तरफ से लॉकडाउन के कारण फंसे हुए लोगों की आवाजाही के लिए ट्रेनों के इस्तेमाल की अनुमति दी गई थी।इसके बाद अब रेलवे ने कहा है कि गृह मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस एक मई से श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाने का फैसला किया गया है।रेलवे ने कहा, ”यात्रियों के रवाना होने से पहले राज्यों द्वारा उनकी जांच की जाएगी और जिनमें कोरोना वायरस के लक्षण नहीं होंगे, उन्हें ही यात्रा की अनुमति दी जाएगी।
बयान में कहा गया है कि राज्यों द्वारा सामाजिक दूरी का पालन करते हुए यात्रियों को जत्थों में और संक्रमणमुक्त बसों में स्टेशन तक लाया जाएगा.
इससे पहले गृह मंत्रालय के अधिकारी ने बताया था कि रेल से मजदूरों, तीर्थयात्रियों और छात्रों की आवाजाही के बारे में आदेश दे दिए गए हैं। रेलवे बोर्ड इसकी व्यवस्था करेगा. राज्यों को रेलवे बोर्ड से संपर्क करना होगा।

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