उन्नाव जिले में 59 स्कूल बनेंगे क्वारंटीन सेंटर

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उन्नाव जिले में 59 स्कूल बनेंगे क्वारंटीन सेंटर

रिपोर्ट-गिरीश त्रिपाठी स्वतन्त्र पत्रकार

उन्नाव
दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों के लिए जिले में 59 स्कूलों को क्वारंटीन सेंटर बनाने की तैयारी की है। इसमें 15 डिग्री कॉलेज, एक गेस्ट हाउस व 43 इंटर कॉलेज चिह्नित किए गए हैं। जिला प्रशासन ने स्कूलों की साफ-सफाई, शौचालय व बिजली व्यवस्था की जानकारी के लिए लेखपालों की ड्यूटी लगाई है। इन सेंटरों में दूसरे राज्यों से लौट रहे 15 हजार लोगों को क्वारंटीन करने की व्यवस्था की जा रही है। बाहर से आने वालों को एक-एक हजार रुपये भी दिए जाने हैं।

प्रदेश सरकार कामधंधे के सिलसिले में दूसरे राज्यों में रह रहे लोगों को वापस ला रही है। इसमें हरियाणा, दिल्ली, मुंबई, गुजरात आदि प्रदेशों के लोग शामिल हैं। शासन से सख्त आदेश हैं कि दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को पहले 14 दिन क्वारंटीन रखा जाए। उसके बाद ही सभी को घर भेजा जाए। इसलिए इन लोगों को रखने के लिए प्रशासन ने जिले में 59 स्कूलों को क्वारंटीन सेंटर बनाने की तैयारी कर ली है। यह वहीं स्कूल हैं जहां लोकसभा चुनाव के दौरान बाहर से आने वाले सुरक्षा बलों को रखा गया था। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार एवं पुलिस अधीक्षक विक्रान्तवीर द्वारा मंगलवार को थाना सोहरामऊ क्षेत्रांतर्गत स्थित IPSR कॉलेज का निरीक्षण किया गया । इस कॉलेज को कोविड संक्रमण के इलाज हेतु लेवल-1 हॉस्पिटल बनाया जाना प्रस्तावित है । दोनों अधिकारियों ने उक्त विद्यालय 11 वा चिन्हित अन्य कुछ और विद्यालयों का भी निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा निर्देश दिए उधर बांगरमऊ तहसील में 17 विद्यालयों को चिन्हित किया गया है जिनका निरीक्षण उप जिलाधिकारी अक्षत वर्मा एवं खंड विकास अधिकारी अमित सिंह ने 2 दिनों में पूरा कर लिया है।
जनपद में चिन्हित किए गए अन्य विद्यालयों में
सदर तहसील के डिग्री कॉलेजों में रघुराजा रामगोपाल महाविद्यालय बहुराजमऊ, डॉ. हरिवंशराय बच्चन डिग्री कॉलेज ललऊखेड़ा, चौधरी खजान सिंह महाविद्यालय, लवकुश महाविद्यालय परियर व सरदार पटेल वंश गोपाल डिग्री कॉलेज महाई के साथ शहर के माउंट लिट्रा जी स्कूल, सर सैय्यद इंटर कॉलेज, बेनहर इंटर कॉलेज, किंग्सन इंटर कॉलेज सहित पूरे जनपद में 59 इंटर कॉलेजों को शेल्टर क्वारंटीन होम बनाने के लिए चिह्नित किया गया है। इसमें शहर का दशमेश गेस्ट हाउस भी शामिल किया गया है।
इन स्कूलों में शौचालय, स्नानागार, बिजली, जेनरेटर के साथ ही एक कमरे में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ रुकने वाले लोगों की संख्या की जानकारी डीएम ने लेखपालों से मांगी है। इस काम में लेखपाल सदर, गंगाघाट, परियर, गदनखेड़ा व बहुराजमऊ को लगाया गया है। इन सेंटरों का नोडल अधिकारी सीडीओ को बनाया गया है। यहां रुकने वाले श्रमिकों को 1-1 हजार रुपये के साथ खाद्यान्न भी दिया जाएगा। क्वारंटीन सेंटरों के नोडल अधिकारी डॉ. राजेश कुमार प्रजापति ने बताया कि शेल्टर क्वारंटीन होम बनाने के लिए साफ-सफाई समेत अन्य व्यवस्थाओं की जांच कराई जा रही है। लेखपालों की रिपोर्ट के आधार पर उन्हें अधिग्रहीत किया जाएगा। इन क्वारंटीन सेंटरों में दूसरे राज्यों से आ रहे करीब पंद्रह हजार लोगों को ठहरने की व्यवस्था की जानी है।

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