रिटायर हुए एशिया में सबसे अधिक मुकदमों का निस्तारण करने वाले जस्टिस सुधीर अग्रवाल

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रिटायर हुए एशिया में सबसे अधिक मुकदमों का निस्तारण करने वाले जस्टिस सुधीर अग्रवाल

 

रिपोर्ट- रघुनाथ प्रसाद शास्त्री

इलाहाबाद हाईकोर्ट के वरिष्ठ न्यायमूर्ति सुधीर अग्रवाल एशिया के सबसे अधिक मुकदमों का निस्तारण करने वाले पहले न्यायाधीश बन गये हैं. 23 अप्रैल 2020 को रिटायर होने तक जस्टिस अग्रवाल ने एक लाख चालीस हजार साठ मुकदमों में फैसला सुनाकर नया कीर्तिमान स्थापित किया।गुरुवार को उन्हें मुख्य न्यायाधीश गोविन्द माथुर की अध्यक्षता में फुलकोर्ट फेयरवेल में भावपूर्ण विदायी दी गई।
ये रहे हैं खास फैसले
न्यायमूर्ति अग्रवाल ने अयोध्या राम जन्म भूमि विवाद, ज्योतिष पीठ शंकराचार्य विवाद, प्राइमरी स्कूलों की दशा सुधारने के लिए नेताओ व ब्यूरोक्रेट के बच्चो को इन स्कूलों में पढ़ना अनिवार्य करने, प्रदर्शन के दौरान संपत्ति की भरपाई करने, शंकरगढ रियासत से 45 गावों को मुक्त करने ,एडेड अल्पसंख्यक विद्यालयों में  लिखित परीक्षा से अध्यापक भर्ती प्रक्रिया वैध करार देने जैसे कई महत्वपूर्ण फैसले दिये.

आगरा यूनिवर्सिटी से ली लॉ की डिग्री
फिरोजाबाद में जन्मे जस्टिस अग्रवाल ने स्नातक की शिक्षा आगरा विश्वविद्यालय से तथा मेरठ विश्वविद्यालय से उन्होंने विधि स्नातक की उपाधि ली. 5 अक्टूबर 1980 से उन्होंने अपनी वकालत के करियर की शुरुआत की. वह उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के स्टैंडिंग काउंसिल में भी रहे. जबकि 19 सितंबर 2003 को जस्टिस अग्रवाल उत्तर प्रदेश सरकार के अपर महाधिवक्ता नियुक्त किए गए थे. जस्टिस अग्रवाल ने 5 अक्टूबर 2005 को इलाहाबाद हाईकोर्ट के अपर न्यायाधीश (एडिशनल जज) के तौर पर शपथ ली और 10 अगस्त 2007 को वह हाईकोर्ट के नियमित जज नियुक्त किए गए थे. 23अप्रैल 20 को सेवा से अवकाश ग्रहण किया.

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