संतों की हत्या बेहद निंदनीय है अनर्बगोस्वामी को गिरफ्तार कर कड़ी कार्यवाही की जाए

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संतों की हत्या बेहद निंदनीय है अनर्बगोस्वामी को गिरफ्तार कर कड़ी कार्यवाही की जाए।

रिपोर्ट-गिरीश त्रिपाठी स्वतंत्र पत्रकार

उन्नाव
महाराष्ट्र पालघर मे दो साधुओं की निर्मम हत्या के बाद हिंदुओं में भारी आक्रोश है, लेकिन क्या ये पहला मामला है जो साधुओं पर अत्याचार हुआ है? नही यह पहला मामला नही है।महाराष्ट्र में बॉलीवुड, ईसाई मिशनरियां, तथाकथित बुद्धिजीवी साहित्यकार, मीडिया, वामपंथी, जिहादी सभी हिंदू धर्म के पीछे पड़े है और सालों से भगवा आतंकवाद की झूठी थ्योरी बना रहे है, साधुओं के खिलाफ जहर भर रहे है पर हिंदू चुपचाप देखते गए अब बड़ी घटना सामने आई तब थोड़ा बहुत समझ मे आ रहा है, और हाँ सोशल मीडिया नही होता तो ये घटना भी दबा दी जाती।कुछ साधुओं की हत्या भी कर दी जाती है इसलिए यह सिलसिला बहुत पुराना है अभी भी समय है इन षड्यंत्र से सावधान रहना होगा और डटकर कर मुकाबला करना होगा।
संतो की सामूहिक हत्या की निंदा करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य विवेक शुक्ला ने कहा है कि जिस देश मे नारी को देवी के रूप में सम्मान दिया जाता है। जिस सनातन धर्म मे वशुधैव कुटुम्बकम के विचार पुरातन काल से लेकर आज तक धर्म को गौरवान्वित करते रहे है, जिस सनातन धर्म में बहू के सम्मान की रक्षा हेतु महाभारत जैसे युद्ध हो गए वहाँ अर्नब गोस्वामी जैसे कथित पत्रकार पत्रकारिता के पवित्र मापदंड को दूषित करते हुए भारत की आत्मिक ऊर्जा सनातन धर्म को अपमानित व तालिबानीकरण करने में जुटे है। संतों की निर्मम हत्या निश्चित तौर पर बेहद निंदनीय है जिसपर वहाँ की सरकार ने संतों के हत्यारों की गिरफ्तारी गंभीर धाराओं में की जो हत्यारे अपने को विकृत मानसिकता से सनातनी बोल रहे थे। अर्नब जी आपको यहाँ एक नारी के बोल नही सुनाई पड़े किन्तु जब बाबा विश्वनाथ की वाराणसी नगरी में एक प्रकांड तेजस्वी दंडी संत स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज के पवित्र शरीर पर निरंकुश शासन की लाठियां फट गई तब तुम्हारे बोल कहाँ थे क्योंकि वहाँ आपके एजेंडा गुरु का संसदीय क्षेत्र था। तब सनातन की रहनुमाई के बोल क्यों बंद हो गए।सनातन परंपरा व नीति को अपमानित करने वाले अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी की मांग का मैं पुरजोर समर्थन करता हूं। जय सनातन! जय भारत।

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