अपने आवास पर अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा है कि पूरे प्रदेश में लॉक डाउन का कड़ाई से पालन किया जाए ।उन्होंने कहा यदि इसमें कहीं पर भी कोताही या शिथिलता पाई गई तो संबंधित को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा उसे दण्डित किया जाएगा

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अपने आवास पर अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा है कि पूरे प्रदेश में लॉक डाउन का कड़ाई से पालन किया जाए ।उन्होंने कहा यदि इसमें कहीं पर भी कोताही या शिथिलता पाई गई तो संबंधित को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा उसे दण्डित किया जाएगा

रिपोर्ट- गिरीश त्रिपाठी स्वतंत्र पत्रकार
लखनऊ उत्तर प्रदेश

आज अपनें आवास पर बैठक लेते हुए मुख्यमंत्री जी ने स्पष्ट कहा कि पूरे प्रदेश में लॉक डाउन का पूरी तरह पालन हो इसमें किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।बैठक में
मुख्यमंत्री ने कहा कि तबलीगी की जमात से जुड़े हुए लोगों की तेज़ी से तलाश की जाए, वे जहाँ मिले उन्हें तत्काल क्वारंटाइन किया जाए।उन्होंनें कहा कि आवश्यकता पढ़ने पर आपात सेवा के लिए रिटायर्ड आर्मी मेडिकल अफसरों के साथ ही साथ पूर्व स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मचारियों की भी सेवा लें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहरी राज्यों में मौजूद उत्तर प्रदेश के नागरिकों की पूरी मदद की जाए, उनके भोजन आदि का प्रबंध अवश्य कराया जाए।उन्होंने कहा कि संस्थानों के मालिक अपने कर्मचारियों और श्रमिकों के भोजन का हर हाल में प्रबंध करें, यदि वह नहीं कर पा रहे तो प्रशासन को सूचित करके सभी श्रमिकों और कर्मचारियों के भोजन का इंतज़ाम सुनिश्चित कराएं, प्रदेश में कोई भी भूखा नहीं रहना चाहिए।राशन वितरण प्रणाली और बैंकों से लेन देन के दौरान भीड़ इकट्ठा न होने दी जाए। पुलिस और होम गार्ड के जवानों की मदद से सारे हेल्थ प्रोटोकॉल पूरे कराएं जाएं ।
मुख्यमंत्रीजी ने कहा कि सरकार के पास उन लोगों का पूरा आंकड़ा मौजूद हैं जिन्हें उत्तर प्रदेश की सीमाओं से प्रदेश के अंदर अलग अलग हिस्सों में भेजा गया है, इन सभी लोगों को हर हाल में चिन्हित कर लिया जाए इनको हर हाल में क्वारंटाइन रखा जाए।उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर ज़िले में बड़ी संख्या में आश्रय स्थल बनाया जाएं, जो लोग भी लॉकडाउन का पालन करते हुए न दिखें और आश्रयहीन हो उन्हें इन आश्रय स्थलों में रखा जाए, जिन आश्रय स्थलों में सौ से ज़्यादा लोग हों वहाँ पर कम्युनिटी किचन शुरू किया जाए, जहाँ सौ से कम लोग हैं वहां उनके लिए भोजन पैकेट का इंतज़ाम किया जाए।
उन्होंने कहा कि हर आश्रयस्थल मैं सारे हेल्थ प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन हो

मुख्यमंत्रीजी ने कहा कि तमाम सामाजिक संस्थाएं और लोग इस आपदा के वक़्त में लोगों की भोजन आदि की मदद करना चाहते हैं, ऐसे लोगों से समन्वय स्थापित करके कुछ आश्रय स्थलों पर इनके माध्यम से भी भोजन पहुंचवाया जाए।मुख्यमंत्री जी ने कहा आटा मिलें, दाल मिलें, तेल मिलें सभी हेल्थ प्रोटोकॉल का पालन करते हुए चलवाई जाएं।

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