महाकुंभ मेले में मची भगदड़, रोते-बिलखते अपनों को ढूंढ रहे लोग, जानिए संगम तट पर कैसा मंजर
प्रयागराज स्थित महाकुंभ मेले में भगदड़ मच गई है. मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान के लिए बुधवार रात से ही भक्तों का सैलाब संगम तट पर उमड़ा था. तभी भीड़ की वजह से भगदड़ मची. इसमें कई लोग घायल हो गए. इस भगदड़ की वजह से आज के अमृत स्नान कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं. तो चलिए जानते हैं महाकुंभ भगदड़ से जुड़े हर अपडेट.
प्रयागराज स्थित महाकुंभ मेले में बुधवार तड़के भगदड़ मच गई. महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या के अमृत स्नान पर्व पर भीड़ बढ़ने से यह भगदड़ मची. महाकुंभ मेले में अभी संगम तट पर श्रद्धालुओं की खचाखच भीड़ है. इस भगदड़ में कई लोगों के मरने की की खबर है. महाकुंभ में भगदड़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए पीएम मोदी ने एक घंटे में दो बार सीएम योगी से बातचीत की है. बहरहाल, एहतियात के तौर पर महाकुंभ में आज के अमृत स्नान पर फिलहाल रोक लग गई है. खुद अखाड़ों ने यह फैसला किया है. भगदड़ के बाद अखाड़ा परिषद की ओर से अमृत स्नान स्थगित करने का फैसला लिया गया है. बताया जा रहा है कि संगम नोज के करीब भगदड़ में दर्जनों लोग घायल हुए हैं. घायलों को एम्बुलेंस से ग्रीन कॉरिडोर बनाकर केंद्रीय चिकित्सालय महाकुंभ लाया गया गया, जहां इनका इलाज चल रहा है. फिलहाल, महाकुंभ मेला और भगदड़ से जुड़ी हर खबर के लिए यहां बने रहें.
परिजनों से शवों की शिनाख्त कराई जा रही
महाकुंभ में मची भगदड़ के बीच प्रयागराज के सीएमओ मेडिकल कॉलेज के मोर्चरी हाउस पहुंचे हैं. वहां मृतक के परिजनों से शवों की शिनाख्त कराई जा रही है. वहीं से हादसे के बाद श्रद्धालुओं के एक बड़े जत्थे को सिविल लाइन इलाके में रोका गया था. संगम में हालात सामान्य होने के बाद श्रद्धालुओं को संगम के लिए रवाना कर दिया गया है. इस हादसे के बाद प्रयागराज जंक्शन पर रैपिड एक्शन फोर्स के अलावा जीआरपी के जवानों की अतिरिक्त तैनाती की गई है. हालांकि प्रयागराज जंक्शन पर अभी स्थिति पूरी तरह सामान्य है.
महाकुंभ में कैसे रात 1.30 बजे पर मची भगदड़?
महाकुंभ में संगम तट पर रात करीब 1:30 बजे भारी भीड़ जुट गई. भीड़ की वजह से लोगों की सांसें फुलने लगीं. इसके बाद बैरिकेटिंग टूटने से भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई. इससे 50 से ज्यादा श्रद्धालु घायल हो गए. पुलिस ने सभी घायलों को रेस्क्यू कर 50 से ज्यादा एंबुलेंस की मदद से अस्पताल में भर्ती कराया. इन श्रद्धालुओं की हालत गंभीर थी. उन्हें प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हालांकि हादसे में कई लोगों की मौत की खबर सामने आई है, लेकिन आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की गई है.
सीएम योगी के आवास पर हलचल, DGP-ADG अपडेट देने पहुंचे
महाकुंभ में भगदड़ को लेकर लखनऊ में हलचल बढ़ गई है. यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश आनन-फानन में सीएम योगी आदित्यनाथ के आवास पर पहुंचे हैं. सीएम योगी प्रयागराज महाकुंभ में हुई घटना पर लेटेस्ट जानकारी ले रहे हैं. खबर है कि यूपी पुलिस मुख्यालय में बने कंट्रोल रूम में रात भर पुलिस अफसर डटे रहे. खुद डीजीपी प्रशांत कुमार,एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश,आईजी एलओ एल आर कुमार रात भर जगर कंट्रोल रूम से मॉनिटरिंग करते रहे.
अधिकारियों को सीएम योगी का निर्देश
महाकुंभ में भगदड़ की सूचना मिलते ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को फोन मिलाना शुरू कर दिया. CM योगी अधिकारियों से स्थिति का लगातार जायजा ले रहे हैं. आगे स्नान सुचारू रूप से होता रहे और पीड़ितों को हर संभव सहायता मिले, इसके लिए वह अधिकारियों को जरूरी निर्देश दे रहे हैं.
महाकुंभ भगदड़ न्यूज: 10 बजे से शुरू होगा अमृत स्नान
महाकुंभ भगदड़ के बीच अब अमृत स्नान को लेकर बड़ा अपडेट है. अखाड़ा परिषद के मुखिया रवींद्र पुरी ने कहा कि छोटे जुलूस में साधू-संत अमृत स्नान करेंगे. मौनी अमावस्या का स्नान बेरोक-टोक चलेगा. वहीं, मेला जिला अधिकारी विजय किरण के मुताबिक 10 बजे से अमृत स्नान शुरू हो जाएगा. इससे पहले खबर थी कि आज अमृत स्नान नहीं हो पाएगा.
महाकुंभ में कब और कैसे मची भगदड़
महाकुंभ क्षेत्र में अचानक आधी रात को अफरा-तफरी मची. मध्य रात्रि के करीब डेढ़ से दो के बीच में मौनी अमावस्या के दिन भगदड़ हुई. इसमें 35 से 40 लोग घायल हो गए. बताया जा रहा है कि कुछ सीरियस इंजर्ड हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. सूत्रों के हवाले से अब सूचना है कि कुछ लोगों की मृत्यु भी हो गई है. महाकुंभ क्षेत्र में हुई भगदड़ के संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 घंटे के भीतर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से दो बार फोन लाइन पर बात की है.
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने अमृत स्नान को फिलहाल स्थगित कर दिया है. जगतगुरु रामभद्राचार्य ने कहा है कि लोग स्थिर रहें. संगम की तरफ ना जाएं. अपने नजदीकी घाट पर ही स्नान कर लें.
धार्मिक गुरुओं का फैसला- संगम क्षेत्र न आएं
महाकुंभ में भगदड़ हादसे को लेकर प्रयागराज में मौजूद धार्मिक गुरुओं ने एक सामूहिक निर्णय लिया है. इसके मुताबिक, धर्मगुरु भक्तों से अपील करें कि आज के अवसर पर संगम क्षेत्र या कुंभ की जगह आने की अनिवार्यता नहीं है.
धर्मगुरुओं में यह भी सहमति बनी है कि भक्तों से अपील करें जो जहां हैं, वहीं अपने निवास पर रहें. घर से बाहर न निकलें. सिर्फ अखाड़ा परिषद या कुछ अन्य संगठन इस हादसे के बाद स्नान पर विचार करें. बाकी कोई भी धर्मगुरु अपने भक्तों को दूर से यहां नहीं बुलाएगा.
रोते-बिलखते परिजन अपनों की कर रहे तलाश
महाकुंभ मेले में मची भगदड़ से अब दिल दहला देने वाली तस्वीरें आ रही हैं. सभी अपनों को ढूंढने में लगे हैं. रोते-बिलखते परिजन कुंभ मेला में बिछड़े अपनों को ढूंढ रहे हैं. किसी का भाई खो गया है तो किसी का बच्चा. फिलहाल, पुलिस की टीम भीड़ को कंट्रोल करने में जुटी हुई है. अस्पताल में घायलों का इलाज चल रहा है. सीएम योगी खुद हालात पर नजर बनाए हुए हैं.
संगम तट पर आज शाही स्नान नहीं: जूना और निरंजन अखाड़े का फैसला
जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने कहा कि अखाडा परिषद और सब पूज्य संतों ने मिल कर निर्णय लिया है कि शोभा यात्रा नहीं निकाली जाएगी और शाही स्नान आज नहीं होगा. वहीं, महाकुंभ2025 में भगदड़ मचने के बाद निरंजनी अखाड़े के प्रमुख कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा, ‘बड़ी और अपरिहार्य भीड़ को देखते हुए अखाड़ा परिषद और सभी आचार्यों ने निर्णय लिया है कि हम
आज स्नान नहीं करेंगे. हमें आम लोगों की समस्याओं को ध्यान में रखना होगा. भारतीय परंपराओं में संत हमेशा सभी की भलाई के लिए प्रार्थना करते हैं और काम करते हैं… इसे ध्यान में रखते हुए सभी अखाड़ों ने सहमति जताई है और आज पवित्र डुबकी नहीं लगाने का फैसला किया है. हम वसंत पंचमी पर खुशी-खुशी पवित्र डुबकी लगाएंगे.”
महाकुंभ भगदड़ में कितनी मौतें?
महाकुंभ मेले में भगदड़ में कुछ लोगों के मरने की आशंका जताई गई है. हालांकि, महाकुंभ प्रशासन की पूरी स्थिति पर पैनी नजर है. खुद पीएम मोदी और सीएम योगी की भी नजर है. अब तक महाकुंभ भगदड़ में कितने लोगों की मौत हुई है, इसकी आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है. हालांकि, कई लोगों की मौत की खबर आ रही है.
रिपोर्ट – सुमेंद्र नाथ गौतम