यूपी में 16 और रेंज में खुलेंगे साइबर क्राइम थाने, करीब 111 करोड़ रुपये के बजट से होगी व्यवस्था –

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यूपी में 16 और रेंज में खुलेंगे साइबर क्राइम थाने, करीब 111 करोड़ रुपये के बजट से होगी व्यवस्था

लखनऊ और नोएडा के बाद अब उत्तर प्रदेश में 16 और साइबर क्राइम थाने जल्द वजूद में आएंगे। बुधवार को योगी कैबिनेट की बैठक में बरेली, मुरादाबाद, सहारनपुर, आगरा, अलीगढ़, कानपुर, झांसी, प्रयागराज, चित्रकूट, गोरखपुर, देवीपाटन, बस्ती, वाराणसी, आजमगढ़, मीरजापुर व आयोध्या रेंज मुख्यालयों में साइबर क्राइम थानों की स्थापना के प्रस्ताव पर मुहर लगी। इसके लिए करीब 111 करोड़ रुपये के खर्च का अनुमान है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साइबर अपराध की बढ़ती घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए पहले ही लखनऊ व नोएडा के अतिरिक्त 16 और रेंज में साइबर क्राइम थाने खोले जाने की घोषणा की थी। इसके बाद प्रदेश में छह जुलाई 2019 को पहली बार आइजी साइबर क्राइम के रूप में अशोक कुमार सिंह की तैनाती की गई थी और साइबर क्राइम की अलग विंग बनी थी। दोनों साइबर क्राइम थानों का पर्यवेक्षण व नियंत्रण स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) से हटाकर आइजी साइबर क्राइम को सौंप दिया गया था।साइबर क्राइम पर प्रभावी नियंत्रण के लिए 16 अन्य रेंज में साइबर क्राइम थानों का प्रस्ताव 26 जून 2019 को शासन को भेजा गया था, जिसमें आतंकियों व अपराधिक गिरोह द्वारा की जाने वाली घटनाओं, डेबिट कार्ड व क्रेडिट कार्ड फ्राड, इंटरनेट बैंकिंग व ऑनलाइन शापिंग फ्राड जैसी घटनाओं का वर्ष 2014 से वर्ष 2019 के बीच तेजी से बढ़ोतरी होने का हवाला भी दिया गया था। आइटी एक्ट के बढ़ते मुकदमों की जांच भी प्रभावित हो रही थी। अब तक लखनऊ व नोएडा में स्थित साइबर क्राइम थानों पर ही पूरे प्रदेश का भार है।लखनऊ व गौतमबुद्धनगर (नोएडा) में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद यहां स्थापित साइबर क्राइम थानों के क्षेत्र का निर्धारण भी नए सिरे से किया जाएगा। माना जा रहा है कि लखनऊ व नोएडा के थानों से जुड़े रेंज के अन्य जिलों को सीमावर्ती रेंज मुख्यालय के साइबर थाने से जोड़ा जा सकता है।

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