इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन) ने इस साल के अंत में होने वाले पहले मानव अंतरिक्ष यान कार्यक्रम (गगनयान) की शुरुआत के मद्देनजर अंतरिक्ष की स्थिति को बेहतर ढंग से समझने के लिए एक रोबोट भेजने का निर्णय लिया है

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न्यूज़ डेस्क

नई दिल्ली। इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन) ने इस साल के अंत में होने वाले पहले मानव अंतरिक्ष यान कार्यक्रम (गगनयान) की शुरुआत के मद्देनजर अंतरिक्ष की स्थिति को बेहतर ढंग से समझने के लिए एक रोबोट भेजने का निर्णय लिया है।

चाहती है कि इंसान से पहले इस मिशन के दौरान एक खास हुमनोइड को अंतरिक्ष में भेजा जाए। इसलिए I ने एक खास हुमनोइड को तैयार किया है जिसकी झलक आपके सामने है। इस वियोमित्रा  नामक हुमनोइड को सबसे पहले स्पेस में भेजा जाएगा, जिसके बाद ह्यूमन्स के वर्ष 2022 तक जाने की सम्भावना जताई जा रही हैं।

 

वियोमित्रा एक हाल्फ साइज का हुमनोएड है, जो कई तरह के टास्क कर सकता है जिनमें दो भाषाओं में बात करना आदि शामिल है। इसरो के वैज्ञानिक सैम दयाल ने बताया है कि यह एक मानव की तरह कार्य करेगा और हमें वापस रिपोर्ट भेजेगा। फिलहाल, हम इसे एक प्रयोग के रूप में कर रहे हैं।

 

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