इस बार 15 जनवरी को मकर संक्रांत पड़ रही

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इस बार 15 जनवरी को मकर संक्रांत पड़ रही है

लखनऊ /उत्तर प्रदेश(रघुनाथ प्रसाद शास्त्री)
मकर संक्रांति के पर्व को खिचड़ी भी कहा जाता है। सूर्य के एक राशि से दूसरी में प्रवेश करने को संक्रांति कहते हैं।मकर संक्रांति के दिन सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है। इस बार मकर संक्रांति 15 जनवरी को पड़ रही है।इस दिन स्नान, दान और भगवान सूर्यदेव की उपासना करने का विशेष महत्त्व है।

15 जनवरी की मकर संक्रांति पर करें सूर्य देव की उपासना

मकर संक्रांति हिन्दू धर्म का प्रमुख पर्व है।ज्योतिष के जानकार रघुनाथ प्रसाद शास्त्री ने बताया ज्योतिष केअनुसार, मकर संक्रांति के दिन सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है। सूर्य के एक राशि से दूसरी में प्रवेश करने को संक्रांति कहते हैं।मकर संक्राति के पर्व को कहीं-कहीं उत्तरायण भी कहा जाता है।मकर संक्राति के दिन गंगा स्नान, व्रत, कथा, दान और भगवान सूर्यदेव की उपासना करने का विशेष महत्त्व है।

कब है मकर संक्रांति

ज्योतिषीय गणना के अनुसार, इस बार सूर्य, मकर राशि में 14 जनवरी की रात 4:22 बजे प्रवेश करेगा। इसलिए संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जाएगी। मकर संक्रांति से अग्नि तत्त्व की शुरुआत होती है और कर्क संक्रांति से जल तत्त्व की। इस समय सूर्य उत्तरायण होता है।इस समय किए जप और दान का फल अनंत गुना होता है।

मकर संक्रांति का पर्व जिस प्रकार देश भर में अलग-अलग तरीके और नाम से मनाया जाता है, उसी प्रकार खान-पान में भी विविधता रहती है। इस दिन तिल का हर जगह किसी ना किसी रूप में प्रयोग होता ही है. तिल स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद है।

मकर संक्रांति पर माघ मेले में भारी संख्‍या में साधु-संतों की भीड़ देखी जा सकती है इस दौरान दान करने की परंपरा को भी लोग बड़ी श्रद्धा के साथ पूरा करते हैं

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