सफीपुर: जिलाधिकारी के निर्देश के बाद सरकारी स्कूल की भूमि पर किये जा रहे अवैध निर्माण को एसडीएम ने रुकवाया था लेकिन तीन दिन बीत गए नही हुई कोई कार्यवाही

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सफीपुर: जिलाधिकारी के निर्देश के बाद सरकारी स्कूल की भूमि पर किये जा रहे अवैध निर्माण को एसडीएम ने रुकवाया था लेकिन तीन दिन बीत गए नही हुई कोई कार्यवाही

सरकारी स्कूल की जमीन पर प्रधान शिक्षक की सांठ गाँठ से अवैध कब्जा निर्माण किये जाने के मामले मे अधिकारियो को भ्रामक सूचना देकर गुमराह करने का हुआ खुलासा, अब पडेगा मंहगा देना होगा जवाब

अधिकारियो को भ्रामक सूचना देने के आरोप मे बेसिक शिक्षा अधिकारी ने प्रधान शिक्षिका से स्पष्टीकरण मांगा

स्कूल की भूमि की सुरक्षा करने के बजाय उल्टे अधिकारियो को भ्रामक सूचना देकर गुमराह करने वाली शिक्षिका कब और क्या होगी कार्यवाही

सरकारी स्कूल की जमीन पर किया गया अवैध कब्जा अभी तक ध्वस्त नही किया गया न ही दबंग कब्जेदारो के खिलाफ दर्ज हुई रिपोर्ट

एसडीएम ने कहा ध्वस्त होगा अवैध निर्माण वही तह्सीलदार ने कहा दर्ज होगी कब्जेदारो के खिलाफ रिपोर्ट

 

रिपोर्ट -धर्मेंद्र कुमार सिंह

सफीपुर उन्नाव

तह्सील क्षेत्र के अन्तर्गत सकहन राजपुतान गांव स्थित बेसिक विद्द्यालय की निजी भूमि पर प्रधान शिक्षक/सचिव की मिली भगत से कई दिनो से धडल्ले से किये जा रहे अवैध कब्जे निर्माण का मामला तीन दिनो से तब सुर्खियो मे आया जब ग्रामीणो ने इसकी शिकायत जिलाधिकारी से की जिसपर एसडीएम ने पुलिस भेजकर निर्माण कार्य रुकवा दिया था लेकिन फिर भी बेखौफ़ दबंग भूमाफियो ने रोक के बावजूद आधी रात को निर्माण कार्य स्लेप डालने मे जुट गए ग्रामीणो की शिकायत पर पुलिस ने रात को ही रंगे हांथो निर्माण करते तीन लोगो को गिरफ्तार कर लिया जबकि अन्य अन्धेरे का लाभ उठा कर भाग गए थे । इसी क्रम मे दुसरे दिन तह्सील अधिकारियो के निर्देश पर लेखपालो की टीम ने मौके पर पहुच भूमि की नाप पैमाइश कर आख्या अधिकारियो को सौपी ।लेकिन अभी सिर्फ कागजी खाना पूर्ति ही की जा रही है तीन दिन बीत गए अभी तक स्कूल की जमीन पर किये गए अवैध कब्जे निर्माण को ध्वस्त नही कराया गया न ही दबंग कब्जेदारो और शिक्षक के खिलाफ कोई कार्यवाही ही की गई है ।
हालाकि तह्सीलदार ने कहा था यदि निर्माण स्कूल की भूमि पर किया जा रहा है तो कब्जेदारो के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई जायेगी । जबकि एसडीएम ने कहा कि स्कूल की भूमि पर किये गए निर्माण कब्जे को ध्वस्त कराया जायेगा । उधर बीएसए ने कहा कि अधिकारियो को भ्रामक सूचना देने वाले सम्बन्धित जिम्मेदार शिक्षक से जवाब तलब करके विभागीय कार्यवाही की जायेगी । लेकिन यह अभी तक सब हवा हवाई और मौखिक बयान ही सुनाई पड़ रहे है कार्यवाही अमल मे और धरातल पर नही दिख रही है । अब देखना है कि जिलाधिकारी के आदेशो पर कितना अमल किया जाता है या फिर इस मामले को भी ठन्ढे बस्ते दफना दिया जाता है ।
मालूम हो कि ब्लाक सफीपुर क्षेत्र के ग्राम सकहन राजपुतान गांव स्थित बेसिक विद्द्यालय स्कूल के नाम भूमि संख्या 885 दर्ज अभिलेख है । जिसपर जूनियर कन्या और प्राइमरी बाल व कन्या विद्द्यालय भवन बने है स्कूल भवनो का काया कल्प योजना के तहत निर्माण मरम्मत और बाउन्ड्री वाल का निर्माण भी कराया जा चुका है । इसी स्कूल की अपनी निजी भूमि पर रामरतन व केसनू एवं छोतक्कू पुत्रगण स्यामू कुम्हार इधर कई दिनो से निर्माण कार्य कर रहा था ग्रामीणो द्वारा प्रधान शिक्षक/सचिव सहित खण्ड शिक्षा अधिकारी को सूचना दी गई जिसे उन्होने गम्भीरता से नही लिया स्कूल की भूमि पर किये जा रहे निर्माण कार्य को रोकने या रुकवाने की कार्यवाही नही की ग्रामीणो ने तब इसकी शिकायत एसडीएम व तहसीलदार से की तो जिम्मेदार शिक्षक व खण्ड शिक्षा अधिकारी ने तह्सील अधिकारियो को यह कह्कर गुमराह कर दिया कि उनकी स्कूल की जमीन पर कोई निर्माण कब्जा नही हो रहा है । जिसपर तह्सील अधिकारी भी ढीले हो गए । लेकिन ग्रामीणो ने जिलाधिकारी के संज्ञान मे इस मामले को डालते हुये स्कूल की भूमि पर किये जा रहे अवैध निर्माण को रुकवाने व निर्माण ध्वस्त करा दबंग कब्जेदारो के खिलाफ कार्यवाही करने की गुहार लगाई । जिलाधिकारी ने मामले को गम्भीरता से लेते हुये एसडीएम को तत्काल स्कूल की जमीन पर हो रहे अवैध निर्माण को रुकवाने व कार्यवाही करने के आदेश दिये। जिसपर उप्जिलाधिकारी राजेन्द्र प्रसाद ने जरिये पुलिस हो रहे निर्माण को तत्काल रुकवा दिया और हल्का लेखपाल व कानून गो को जांच पैमाइश करने के आदेश दिये । लेकिन दबंग इतने बेखौफ़ कि निर्माण कार्य रोकने के बाद भी आधी रात को पुन: निर्माण कार्य स्लेप डालने का काम सुरु कर दिया जिसकी सुच्ना पर पहुची पुलिस ने रंगे हांथो तीन लोगो को निर्माण करते धर दबोचा और लेकर थाने चली गई जहाँ से पुलिस ने सुबह गुरुवार को तीनो को शान्ति सुरक्षा की धारा मे परगना मजिस्ट्रेट की न्यायालय मे चालान कर दिया जहाँ से तीनो को जमानत पर रिहा कर।दिया गया ।
उधर गुरुवार को एसडीएम व तहसीलदार के निर्देश पर हल्का लेखपाल सहित टीम मौके पर जांच पैमाइश करने पहुची जहाँ पैमाइश मे पाया गया कि निर्माणाधीन कब्जा स्कूल भूमि संख्या 885 पर किया गया है । इत्ना ही नही कब्जेदारो का पुराना आधा मकान भी स्कूल की जमीन मे ही पाया गया । लेखपाल ने पैमाइश कर अपनी आख्या अधिकारियो को सौप दी है । लेखपाल का कहना है कि अधिकारियो का जो आदेश होगा वह कार्यवाही की जायेगी ।
बताते चले कि अवैध कब्जेदार का जो पुराना मकान बना है उसका आधा मकान स्कूल की भूमि मे आता है जिसकी ग्रामीणो ने पाच साल पूर्व निर्माण करते समय शिकायत की थी जिसपर भी इसी तरह की हीला हवाली की गई थी और निर्माण कार्य पुरा कर कब्जा दबंगो ने कर लिया था । खाना पूर्ति के लिये राजस्व संहिता की धारा 67 के तहत धारा 115 डी का मुकदमा चलाया गया और 15 मार्च 2016 को तहसीलदार मजिस्ट्रेट न्यायिक ने स्कूल की भूमि पर अवैध कब्जा करने वाले के खिलाफ जुर्माना करते हुये भूमि से बेदखल कर दिया था । लेकिन अभी तक बेदखल तो हुआ नही उल्टे और जो सामने स्कूल की भूमि पड़ी थी उसपर कब्जा करके निर्माण कर लिया ।
बताते है कि अर्सा करीब दो वर्ष पूर्व ग्रामीणो द्वारा की गई शिकायत पर न्यायालय के आदेश का पालन कराने अवैध कब्जे को बेदखल कर हटाने तह्सील टीम के साथ तात्कालीन नायब तहसीलदार शशिबिन्द दिवेदी गए थे लेकिन वहाँ दबंग अवैध कब्जेदारो ने नायब तह्सीलदार से अभद्रता कर वापस जाने को मजबूर कर दिया था कब्जा नही हटाया था । उसी भूखंड पर भवन का निर्माण किया गया है।
इस बाबत जब बेसिक शिक्षा अधिकारी से पुछा गया तो उन्होने बताया कि प्रधान शिक्षिका पर अधिकारियो को भ्रामक सूचना देने और स्कूल की भूमि की सुरक्षा न कर लापरवाही करने के प्रथम दृश्ट्या आरोप मे स्पष्टीकरण तलब किया गया है । उधर जब तह्सील द्वारा की गई जांच कार्यवाही की आख्या उन्हे प्राप्त होगी तो आगे की कार्यवाही अमल मे लाई जायेगी ।
अब देखना है कि सरकारी स्कूल की जमीन पर जिम्मेदार शिक्षक व विभागीय अधिकारियो की सांठ गाँठ से अवैध कब्जा कर निर्माण करने वाले वालो के खिलाफ क्या कार्यवाही की जाती है क्या निर्माण को ध्वस्त कराकर सरकारी स्कूल की जमीन को मुक्त करा सुरक्षित की जायेगी क्या स्कूल की जमीन पर कब्जा कराने वाले जिम्मेदार शिक्षक व विभागीय अधिकारियो के खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जायेगी क्या जिलाधिकारी के निर्देशो का पालन होगा या मामला ठन्ढे बस्ते मे दफना दिया जायेगा यह यक्ष प्रश्न जनता के दिलो दिमाग मे कौंध रहे है । हालाकि अभी तक तीन दिन बीत जाने के बाद भी कोई कार्यवाही न होने पर विभाग कटघरे मे खडा है जिसपर तरह तरह के सवालिया निशान लग रहे है ।

सफीपुर । बेसिक शिक्षा विभाग की अपनी निजी भूमि पर अवैध कब्जा होना और कब्जे को न रुकवाना न आपत्ति करना उल्टे विभागीय अधिकारियो समेत तह्सील राजस्व अधिकारियो को भ्रामक सूचना देकर गुमराह करना प्रधान शिक्षक व खण्ड शिक्षा अधिकारी की क्रिया शैली व कर्तव्य निष्ठा पर सवालिया निशान लगा रहा है । स्कूल की भूमि पर से अवैध कब्जा हटवाने भूमि मुक्त कराने व अवैध कब्जेदारो के खिलाफ कोई प्रार्थना पत्र न देकर कार्यवाही न करना भी अवैध कब्जेदारो के साथ दुरभि सन्धि सांठ गाँठ होना प्रमाणित करता है । सरकारी स्कूल की भूमि पर कब्जा निर्माण कराने वाले अकर्मण्य व लापरवाह शिक्षक समेत एसडीआई जिन्होने भी मौके पर न जाकर शिक्षक की फर्जी और झूठ भ्रामक सूचना को अधिकारियो तक पास कर दी दोनो के खिलाफ कठोर विभागीय कार्यवाही होनी चाहिए ।मजे की बात यह है कि अभी तक कोई भी शिक्षा विभाग का अधिकारी मौके पर अपनी विभाग की भूमि का निरीक्षन करने और कार्यवाही करने नही पहुचा है ।

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