RBI ने की लोन रीस्ट्रक्चरिंग की घोषणा, ₹25 करोड़ तक का ले सकेंगे लोन, इमरजेंसी हेल्थ सेवा के लिए ₹50,000 करोड़, बताया उभरती अर्थव्यवस्था

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RBI ने की लोन रीस्ट्रक्चरिंग की घोषणा, ₹25 करोड़ तक का ले सकेंगे लोन, इमरजेंसी हेल्थ सेवा के लिए ₹50,000 करोड़, बताया उभरती अर्थव्यवस्था

       

रिपोर्ट -आरपीएस समाचार प्रमुख संवाददाता गिरीश त्रिपाठी

लखनऊ
आरबीआई गर्वनर शक्तिकांत दास ने आज कोरोना और उससे जुड़ी स्थितियों पर प्रेस कॉन्फ्रेस किया। इस प्रेस कॉन्फ्रेस में उन्होंने बड़ी घोषणाएं की हैं। उन्होनें छोटे व्यवसायों और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के लिए कहा कि 25 करोड़ तक का लोन लेने वाली छोटी कंपनियों को लोन रीस्ट्रक्चरिंग की सुविधा दी जाएगी।यानी उन सभी लोन लेने वाली कंपनियों को इस स्कीम का फायदा मिल सकता है, जिन्होंने पिछले साल लोन रीस्ट्रक्चरिंग की सुविधा नहीं ली थी. KYC को मंजूरी मिली है।आरबीआई गवर्नर ने कहा कि वो छोटी कंपनियां जिन्होंने पिछले साल यानी कोरोना की पहली वेब से दौरान लोन रीस्ट्रक्चर कराया था, वह अपने टेन्योर को दो साल तक और बढ़ा सकते हैं।अगर किसी ने 10 साल के लिए लोन लिया है तो लोन लेने वाली छोटी कंपनी उसे 12 साल तक का लोन रीस्ट्रक्चर करा सकती है।स्मॉल फाइनेंस बैंक्स के लिए 3 साल के लिए 10,000 करोड़ रुपये का कर्ज दिया जाएगा. इनके लिए 10 लाख प्रति Borrower की सीमा होगी।इनको 31 मार्च 2022 तक टर्म सुविधा मिलेगी।रिजर्व बैंक ने लोन मोराटोरियम की अवधि को 2 साल आगे बढ़ाने की भी मंजूरी दी है। 500 करोड़ रुपये तक असेट वाले MFIs प्रायोरिटी सेक्टर लेंडिंग में शामिल किए जाएंगे।RBI ने इमरजेंसी हेल्थ सेवा के लिए 50,000 करोड़ रुपए दिए। RBI गवर्नर ने कहा कि इमरजेंसी हेल्थ सेवा के लिए 50,000 करोड़ रुपये देने आवंटित किए जाएंगे। इसके तहत बैंक वैक्सीन निर्माताओं, ​आयातकों, ऑक्सीजन सप्लायर्स, कोरोना की दवाइयों के उत्पादक, अस्पतालों, पैथोलॉजी लैब आदि को लोन देंगे। यह सुविधा 31 मार्च 2022 तक रहेगी। उन्होंने कहा कि यह लोन रेपो रेट पर यानी काफी किफायती ब्याज दर पर होगा। गौरतलब है ​कि रेपो रेट सिर्फ 4 फीसदी है।  बता दें कि इसका फायदा हॉस्पिटल्स, हेल्थ सर्विस प्रोवाइडर्स को मिलेगा।

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