बांगरमऊ को जिला बनाने के मामले में उन्नाव और हरदोई के डीएम बने रोड़ा जिला बनाने के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने को होंगे मजबूर- फारूक अहमद एडवोकेट

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अरबरामऊ को जिला बनाने के मामले में उन्नाव और हरदोई के डीएम बने रोड़ा
जिला बनाने के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने को मजबूर किया जाएगा- फारूक अहमद एडवोकेट

   

रिपोर्ट
आर एस न्यूज़ प्रमुख
संवाददाता गिरीश त्रिपाठी

    बरमारू उन्नाव
हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रमुख समाजसेवी फारूक अहमद ने कहा कि बिजारामऊ तहसील को जिला बनाने में उन्नाव और हरदोई के जिला अधिकारी बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। यदि प्रशासन का रवैया न सुधरा तो वह अदालत का सहारा लेंगे।हरदोई मार्ग पर स्थित एक होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में अधिवक्ता फारूक अहमद ने कहा कि 28 अप्रैल 2017 को उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र भेजा था। पत्र में सफीपुर व ताहौर तहसीलो के अलावा हरदोई जनपद के मल्लावां क्षेत्र को जोड़कर तम्बरमऊ तहसील को जिला बनाने की मांग उठाई थी। इसी मांग को आगे बढ़ाते हुए जिले के सांसद डॉ। सच्चिदानंद हरी साक्षी महाराज ने भी मुख्यमंत्री से बिहारीरामऊ तहसील को जिला बनाने की मांग की थी। एडवोकेट श्री अहमद और सांसद साक्षी महाराज के पत्रों पर कार्यवाही करते हुए शासन ने 13 जून 2017 को इस संबंध में राजस्व परिषद से आख्या मांगी थी। जिसका अनुपालन में 12 सितंबर 2017 को राजस्व परिषद ने जिलाधिकारी उन्नाव और जिलाधिकारी कानपुर नगर और जिलाधिकारी हरदोई से आख्या मांगु.इनमेंट हरदोई और उन्नाव के डीएम ने शासन और राजस्व परिषद को भ्रामक आख्या प्रेषित कर दी। उन्नाव जिलाधिकारी द्वारा प्रेषित आंख्या में कहा गया कि जिला बनने के लिए कम से कम 15 लाख की आबादी और 5000 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र होना चाहिए। इसके अलावा कम से कम तीन तहसील, 12 थाने, 12 ब्लॉक और 300 लेखपाल होने चाहिए।

बांगरमऊ तहसील किसी भी मानक पर खरी नहीं उतर रही है। वही हरदोई के डीएम द्वारा भेजी गई आंख्या में कहा गया है कि हरदोई जनपद के मल्लावां क्षेत्र को तहसील बनाने की मांग की जा रही है । इसलिए मल्लावां क्षेत्र को बांगरमऊ में अभी शामिल करने का प्रस्ताव नहीं दिया जा सकता । श्री अहमद ने उन्नाव जिलाधिकारी द्वारा भेजी गई भ्रामक आख्या पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र में उन्होंने सफीपुर , बांगरमऊ , बिल्हौर तहसील तथा हरदोई जनपद के मल्लावां क्षेत्र को बांगरमऊ तहसील में शामिल कर जिला बनाने की मांग उठाई थी । उन्होंने कहा कि इन सभी क्षेत्रों को यदि जोड़ लिया जाए तो आबादी , क्षेत्रफल , थानों की संख्या , ब्लॉक की संख्या और लेखपालों की संख्या मानक के अनुरूप हो जाएगी । लेकिन उन्नाव के जिलाधिकारी ने उनके पत्र की अनदेखी करते हुए मनमाने तरीके से मण्डलायुक्त को भ्रामक आख्या प्रस्तुत की है । वही हरदोई के जिलाधिकारी ने भी इस मामले में कोई रुचि नहीं ली और कोई संतोषजनक आख्या नहीं प्रेषित की । उन्होंने कहा कि उन्नाव जिला मुख्यालय से बांगरमऊ की दूरी 50 किलोमीटर से अधिक है । जिला मुख्यालय से अधिक दूरी की वजह से इस क्षेत्र का सर्वागीण विकास नहीं हो पा रहा है । श्री अहमद ने कहा कि जिला बनने के बाद ही इस क्षेत्र का विकास संभव है। उन्होंने कहा कि यदि शासन- प्रशासन उनकी मांग को गंभीरता से नहीं लेता है तो वह उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने को मजबूर होंगे ।

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