बिकरू कांड: IG के आदेश के बाद विकास दुबे की पत्नी, पिता, बहू, भाई होंगे अरेस्ट

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बिकरू कांड: IG के आदेश के बाद विकास दुबे की पत्नी, पिता, बहू, भाई होंगे अरेस्ट

दोषी पुलिसवालों की उल्टी गिनती शुरू

     

रिपोर्ट -आर पी एस समाचार के प्रमुख संवाददाता
गिरीश त्रिपाठी

लखनऊ
आईजी मोहित अग्रवाल ने आदेश दिया है कि बिकरू कांड में दर्ज की गई एफआईआर की 15 दिनों में विवेचना पूरी कर आरोपियों को जेल भेजा जाए। इस एफआईआर में विकास दुबे की पत्नी रिचा दुबे, पिता रामकुमार, भाई दीपक, भाई की पत्नी अंजली समेत विकास के खास गुर्गों का नाम भी शामिल है। सभी पर फर्जी आईडी पर सिम लेने, और फर्जी दस्तावेज लगाकर शस्त्र लाइसेंस लेने का आरोप है।बिकरू हत्याकांड की जांच कर एसएसआईटी ने अपनी रिपोर्ट उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप दी है। एसआईटी की जांच में खुलासा हुआ था कि विकास दुबे की पत्नी रिचा दुबे, भाई दीपक, भाई की पत्नी अंजली और पिता रामकुमार समेत विकास के खास गुर्गे फर्जी आईडी पर लिए गए सिम का इस्तेमाल करते हैं। इसके साथ शस्त्र लाइसेंस में फर्जी शपथ-पत्र दिया गया था। एसआईटी की सिफारिश पर चौबेपुर थाने में 09 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई थी। आईजी मोहित अग्रवाल ने आदेश दिया है कि बिकरू कांड में दर्ज की गई एफआईआर की 15 दिनों में विवेचना कर आरोपियों को जेल भेजा जाए।हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे ने बीती 2 जुलाई की रात अपने गुर्गो के साथ मिलकर आठ पुलिसकर्मियों की बेरहमी से हत्याकर दी थी। इस घटना के बाद यूपी एसटीएफ ने विकास दुबे समेत 6 बदमाशों को एनकाउंटर में मार गिराया था। इसके साथ ही बिकरू हत्याकांड से जुड़े 36 बदमाशों को जेल भेजा जा चुका है। पुलिस बिकरू हत्याकांड की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर चुकी है। इसके साथ ही एसआईटी की रिपोर्ट में 37 पुलिसकर्मी भी दोषी पाए गए हैं। जिसमें से 8 पुलिसकर्मियों पर बर्खास्तगी की तलवार लटक रही है, वहीं 6 पुलिसकर्मियों का डिमोशन हो सकता है और 23 पुलिसकर्मियों पर विभागीय कार्रवाई तय मानी जा रही है।
समीक्षा बैठक में आईजी ने दिए आदेश—
आईजी मोहित अग्रवाल ने डीआईजी, एसपी ग्रामीण, एसपी ग्रामीण समेत विभाग के आलाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। आईजी मोहित अग्रवाल ने आदेश दिया है कि एसआईटी की जांच में जिन पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश प्राप्त हुए हैं, उनके विरुद्ध 30 दिनों के भीतर विभागीय जांच कर कार्रवाई को पूरा करें। इसके साथ ही फर्जी आईडी पर लिए गए सिम का इस्तेमाल करने और शस्त्र लाइसेंस में कूटरचित दस्तावेज लगाकर शपथ पत्र देने के संबध में दर्ज की गई एफआईआर की 15 दिनों में विवेचना को पूरा किया जाए और विवेचना पूरी होने के बाद सभी आरोपियों को जेल भेजा जाए।
फर्जी शपथ पत्र देकर शस्त्र लाइसेंस लेने का भी मामला–
चौबेपुर थाने में फर्जी शपथ लगाकर शस्त्र लाइसेंस लेने वाले 09 लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई थी। जिसमें विकास दुबे के पिता रामकुमार, विकास के भाई दीपक दुबे, दीपक दुबे की पत्नी अंजली दुबे, विकास के राईट हैंड विष्णुपाल उर्फ जिलेदार, छोटे बउवा, दिनेश, रवींद्र, अखिलेश कुमार, शिवा त्रिपाठी का नाम शामिल था। सभी पर फर्जी दस्तावेज तैयार करने और धोखधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था।
फर्जी आईडी पर लिए थे सिम कार्ड
बिकरू हत्याकांड में विकास दुबे की पत्नी रिचा दुबे, भाई दीपक दुबे, दीपक की पत्नी अंजली को बिकरू कांड में क्लीन चिट दे दी गई थी। लेकिन एसआईटी की जांच में पाया गया कि विकास के परिवारिक सदस्य और खास गुर्गे फर्जी आईडी पर सिम कार्ड लेकर इस्तेमाल करते थे। इस संबंध में चौबेपुर थाने में रिचा दुबे, दीपक दुबे, अंजली दुबे, रामसिंह, शिव तिवारी, मोनू, शांति देवी, खुशी दुबे, रेखा अग्निहोत्री, विष्णुपाल उर्फ जिलेदार पर एफआईआर दर्ज की गई थी। अब सभी पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।

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