अरविंद केजरीवाल तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं

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अरविंद केजरीवाल तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं

By एडमिन

काम किया है तो वोट देना, नहीं किया तो मत देना। आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल का यह बयान 6 जनवरी को चुनाव की घोषणा के बाद आया था। पार्टी ने काम के नाम पर वोट मांगा। विवादित मुद्दों का काम की राजनीति से जवाब देना ही आप की जीत का सबसे बड़ा कारण बना। क्या हैं वे छह बड़े कारण, जिसके चलते आप को दिल्ली में प्रचंड बहुमत मिला।

साफ-सुथरी छवि के कारण लोगों ने जताया भरोसा
आम आदमी पार्टी की जीत में अरविंद केजरीवाल का चेहरा तुरुप का पत्ता साबित हुआ। आप के अलावा किसी भी दल ने अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार पेश नहीं किया था। केजरीवाल की साफ-सुथरी छवि के कारण उनके चेहरे पर दिल्लीवालों का भरोसा भी था। वहीं भाजपा और कांग्रेस के पास केजरीवाल के मुकाबले कोई चेहरा नहीं था। यही वजह थी कि एक रणनीति के तहत आम आदमी पार्टी लगातार भाजपा से उसका मुख्यमंत्री घोषित करने की मांग कर रही थी। केजरीवाल के मजबूत चेहरे का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि भाजपा के 200 सांसदों, 70 मंत्रियों के अलावा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह के सामने आम आदमी पार्टी के पास पूरे प्रचार अभियान के लिए एक ही चेहरा केजरीवाल था। इसी चेहरे पर लोगों ने भरोसा जताया है। आम आदमी पार्टी को प्रचंड बहुमत मिला। शीला दीक्षित के बाद केजरीवाल दूसरे मुख्यमंत्री हैं जो कि तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।

मुफ्त बिजली और पानी से मध्यवर्ग को राहत
आप सरकार ने सबसे बुनियादी जरूरत बिजली-पानी को मुफ्त उपलब्ध कराने की घोषणाएं की। सरकार ने 200 यूनिट मुफ्त बिजली और 400 यूनिट तक 50 फीसदी की छूट दी। दिल्ली में इस योजना का लाभ 32 लाख उपभोक्ताओं को मिला। ये वो उपभोक्ता थे, जिनका बिल जीरो आया। इस मुद्दे का फायदा केजरीवाल सरकार को चुनाव में मिला। 400 यूनिट तक बिजली प्रयोग करने वाले लोग भी बहुतायत में हैं। सरकार ने यह गारंटी भी दी कि आने वाले पांच साल तक वह इसे जारी रखेगी। सरकार ने 20 हजार लीटर तक मुफ्त पानी की घोषणा की, जिसका फायदा सबसे ज्यादा कच्ची कॉलोनियों, पुर्नवास कॉलोनियों के लोगों को मिला। दिल्ली की इन कॉलोनियों में 40 लाख से अधिक लोग रहते हैं। इसके अलावा पानी और सीवर की नई लाइन डाली गई। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक केजरीवाल सरकार आने से पहले दिल्ली में 58 फीसदी इलाकों में पाइप लाइन से जलापूर्ति होती थी। अब यह संख्या 93 फीसदी है।

बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त सफर
राज्य सरकार ने दिल्ली मेट्रो और बसों में मुफ्त सफर की घोषणा की। सड़क परिवहन सरकार के अधीन होने के कारण यह योजना बसों में लागू हो गई, लेकिन मेट्रो में यह योजना केंद्र के चलते अटक गई। बस में मुफ्त सफर की घोषणा का लाभ उसमें सफर करने वाली 30 फीसदी महिलाओं को मिला। घोषणा के बाद बसों में महिला यात्रियों की संख्या 40 फीसदी तक पहुंच गई। रोजाना 12 लाख से अधिक महिलाएं डीटीसी और क्लस्टर बसों में योजना का लाभ उठा रही हैं। महिलाओं की सुरक्षा के लिए 8100 मार्शलों की तैनाती बसों में की गई। बसों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम भी शुरू हुआ। सरकार ने बसों में भीड़ को देखते हुए नई बसें लाने का काम भी चुनाव से पहले शुरू कर दिया था। बीते तीन माह में 700 बसें आई थीं। इसका लाभ डीटीसी और क्लस्टर बसों में सफर करने वाले 42 लाख यात्रियों को मिला। चुनाव में केजरीवाल को इस योजना का फायदा मिला।

निजी स्कूलों की फीस पांच साल नहीं बढ़ने दी
दिल्ली जैसे शहर में बच्चों को पढ़ाना सबसे महंगा काम है। केजरीवाल सरकार ने अपने पांच साल के कार्यकाल में सबसे अधिक काम शिक्षा पर किया। सरकारी स्कूलों के पाठ्यक्रम को बदला। स्कूलों की इमारतों को बेहतर बनाया। 12वीं तक शिक्षा मुफ्त कर दी। 10 हजार से अधिक कमरे स्कूलों में बनवाए गए। स्कूलों में अभिभावक-शिक्षक बैठक की शुरुआत की। इसके साथ ही निजी स्कूलों में हर साल बढ़ने वाली 10 से 20 फीसदी फीस बढ़ोतरी पर रोक लगाई। राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय से भी अपग्रेड पांच नए स्कूल आफ एक्सीलेंस खोले, जिसे लोगों ने खूब सराहा। यहां बच्चों को शुरुआत से इंग्लिश मीडियम स्कूल की तरह पढ़ाया जाता है। सरकार ने बोर्ड परीक्षाओं में लगने वाली 1500 की फीस का भार उठाया, जिसका फायदा दो लाख छात्रों को मिला। वहीं 12वीं के बाद सभी वर्ग के बच्चों का 1.50 लाख तक की र्कोंचग का खर्च उठाया।

मोहल्ला क्लीनिक और मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाएं
दिल्ली सरकार ने शिक्षा के साथ स्वास्थ्य योजनाओं पर भी काम किया, जिसका लोगों को सीधा लाभ मिला। कॉलोनियों में खुले मोहल्ला क्लीनिक इसमें सबसे चर्चित लाभकारी योजना साबित हुई। दिल्ली में वर्तमान समय में 400 से अधिक मोहल्ला क्लीनिक चल रहे हैं, जहां 200 तरह की जांच और दवाईयां मुफ्त हैं। रोजाना हजारों लोग यहां इलाज कराने आते हैं। 25 पॉली क्लीनिक की भी शुरुआत की, जहां इमरजेंसी में 24 घंटे भर्ती करने की सुविधा के साथ कई जांच की जाती है। सरकारी अस्पतालों में भीड़ के चलते लंबी तारीख मिलने पर निजी अस्पताल में इलाज कराने की मुफ्त सुविधा शुरू की गई। फरिश्ते योजना का भी लाभ सड़क दुर्घटना में घायलों और उन्हें अस्पताल पहुंचाने वाले लोगों को मिला। 3200 से अधिक लोगों की जान इस योजना के कारण बचाई गई।

महिलाओं की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे
महिला सुरक्षा दिल्ली में बड़ा मुद्दा है। इसे लेकर दिल्ली पुलिस अक्सर सवालों के घेरे में रहती है। दिल्ली पुलिस केंद्र के अंतर्गत आती है। इससे अलग केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में महिला सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम शुरू किया। साथ ही डार्क स्पॉट खत्म करने के लिए स्ट्रीट लाइट लगाने की योजना शुरू की। दिल्ली में कुल 2.80 लाख सीसीटीवी कैमरें लगाने का काम चल रहा है। सरकार का दावा है कि दो लाख कैमरे लग चुके हैं। इसके अलावा दो लाख स्ट्रीट लाइट लगाने का काम शुरू कर दिया है। सरकार ने बसों में भी महिला सुरक्षा के लिए पैनिक बटन, जीपीएस, सीसीटीवी कैमरे लगाने काम शुरू कर दिया है। योजना के तहत आने वाली सभी नई बसों के अलावा पुरानी बसों में यह सारी चीजें लगेंगी। सरकार ने महिला सुरक्षा के लिए अब सड़कों पर अपराध रोकने के लिए मोहल्ला मार्शल तैनात करने की योजना शुरू करने की घोषणा की है।

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