नौतनवां/महराजगंज: बारिश से फसल हुई नुकसान, डीबीएस न्यूज़ ने लिया किसानों का मत, जानिए क्या कहते हैं किसान

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नौतनवां/महराजगंज: बारिश से फसल हुई नुकसान, डीबीएस न्यूज़ ने लिया किसानों का मत, जानिए क्या कहते हैं किसान

नौतनवां/महराजगंज
डीबीएस न्यूज,महराजगंज: बेमौसम बारिश की वजह से गेहूं और सरसों की फसल को 20 से 60 फीसदी तक नुकसान उठाना पड़ सकता हैं। हालांकि अभी तक इस बारे में कोई सरकारी आंकड़ा नहीं आया है।
सरकार के पास बारिश का अनुमान लगाने की क्षमता है। सबसे बड़ी समस्या यह है कि सूचनाएं किसानों तक नहीं पहुंच रही है और इस वजह से नुकसान बढ़ जाता है।
बेमौसम बरसात सरसों और आलू की फसलों के लिए आफत बनकर आई है, क्योंकि सरसों में जहां इस बारिश से गलन और सफेद रतुआ की बीमारी का प्रकोप बढ़ने की संभावना है, वहीं आलू की फसल को नुकसान हो सकता है।
इस बारिश की चेतावनी मौसम विभाग ने पिछले रविवार को ही दी थी। पिछले दो तीन दिनों से उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में जगह-जगह काफी बारिश हुई है और जहां खेतों में पानी भर गया है, वहां किसानों को आलू की फसल बर्बाद होने की चिंता सता रही है। वहीं, नमी बढ़ने से सरसों की फसल में बीमारी का प्रकोप बढ़ने का खतरा बना हुआ है।
मौसम विभाग द्वारा जारी आंकड़ा पर नजर डालें तो कुल 57.2 एमएम बारिश हो चुकी है। मौसम विभाग के अनुसार अभी और बारिश की संभावनाएं हैं।

खेतों में भरा पानी बनी फसल की बर्बादी का कारण

गुरुवार सुबह से लगातार हो रही बारिश से खेतों में लबालब पानी भर गया है। ऐसे में यह बारिश गेहूं की फसल को भी नुकसान पहुंचाने लगी है। पानी की अधिकता से पौधो में पीलापन आ जाएगा, बढ़ोतरी में कमी आ जाएगी। वहीं लाही, चना, सरसों, अरहर, आलू के लिए यह पानी काल के समान है। आलू की पौधो में तो पहले से ही पीलापन आने लगा है।

अगर बारिश नहीं रुकी तो क्या हो सकता है
अगले कुछ दिनों में तेज धूप यदि खिल जाएगी तो किसानों के लिए राहत दे सकती है, लेकिन इसी तरह यदि बारिश और हो गई तो फसल को भारी नुकसान हो सकता है।

क्या कहते है किसान?
डीबीएस न्यूज़ ने नौतनवा क्षेत्र के कुछ किसानों से बात कर उनकी भी मत परोसा है।
पुरैनिया निवासी वीरेंद्र कुमार चौधरी का कहना है कि लगातार की दिनों से मौसम की खराबी ने तिलहन और दलहन फसल को बर्बाद करके रख दिया है। अभी और बारिश फसल को पूरी तरह से नष्ट कर सकती है।
अरघा क्षेत्र के मंजू दुबे का कहना है कि लगातार दो दिनों से बारिश होने से फसल काफी हद तक बर्बाद हो चुका है अब सरकार से मुआवजे की आशा है।
बैरिअहवा गांव के किसान नसरुद्दीन का कहना है की खेत में पानी लगने से गेहूं की फसल बर्बाद हो रही है पानी को निकाल कर के कुछ हद तक नुकसान को कम किया जा सकता है लेकिन यदि और वर्षा हुई तो फसल पूरी तरह बर्बाद हो जाएगी।

ऐसे मिलेगी राहत
विशेषज्ञों के मुताबिक पांच तरीके से सरकार स्थिति से निपट सकती है। बारिश के पहले वह किसानों को इस बारे में सूचना दे सकती थी ताकि वे समय रहते राहत के उपाय कर सकते। अगर नुकसान होता है तो उसका तेजी से आकलन किया जाना चाहिए। बीमा नीति को मजबूती से लागू करते हुए किसानों को तेजी से मुआजवा दिया जाना चाहिए।

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