राज्यपाल ने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय का नैक मूल्यांकन हेतु प्रस्तुतीकरण देखा एवं समीक्षा बैठक की

Listen to this article

राज्यपाल ने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय का
नैक मूल्यांकन हेतु प्रस्तुतीकरण देखा एवं समीक्षा बैठक की

रिपोर्ट -आर पी एस समाचार
प्रमुख संवादाता गिरीश त्रिपाठी

——
विश्वविद्यालय पूर्ण गुणवत्ता एवं नैक के मानकों के अनुरूप कार्य करें
——-
शिक्षकगण बच्चों से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं
का समाधान करें
——
विश्वविद्यालय में चल रही नियुक्ति प्रक्रिया पूर्ण पारदर्शिता
के साथ त्रुटिरहित होनी चाहिये
——
राजभवन द्वारा तैयार किये गये पोर्टल पर विश्वविद्यालय
सूचनाओं को अपलोड करें-
श्रीमती आनंदीबेन पटेल
——

लखनऊ।
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने शुक्रवार को राजभवन में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ की नैक मूल्यांकन की तैयारियों के प्रस्तुतीकरण को देखा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय अनुसंधान, परामर्श, छात्र सुविधाओं, संस्थान के संगठन एवं प्रबंधन, छात्र एवं संस्थान के मध्य अनुशासन, मूल्यांकन हेतु संस्थान के संसाधन तथा शिक्षा प्रदान करने हेतु आवश्यक उपकरण आदि सभी विषयों पर विश्वविद्यालय पूर्ण गुणवत्ता एवं नैक के मानकों के अनुरूप कार्य करें, ताकि मूल्यांकन श्रेणी वर्तमान “बी” ग्रेड से “ए” प्लस हो सके।
कुलाधिपति ने कहा कि विश्वविद्यालय का नैक प्रस्तुतीकरण संतोषजनक है फिर भी आपका ई-गवर्नेंस, सी.बी.सी.एस सिस्टम (च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम), फीडबैक सिस्टम, पठन-पाठन हेतु पाठ्यक्रम निर्धारण आदि में विशेष सुधार की जरूरत है और यह कार्य टीम भावना के साथ मिल-जुल कर किया जा सकता है। उन्होंने सुझाव दिया कि विश्वविद्यालय पूर्व छात्र सम्मेलन, सामाजिक गतिविधियों, टोटल बेस्ट मैनेजमेंट, विद्यार्थियों में लीडरशिप जैसी गतिविधियों को बढ़ावा दें, इसके लिये रिसोर्स बढ़ाने के साथ-साथ अपने क्रियाकलापों का स्व-मूलयांकन किया जाना अत्यंत जरूरी है।
राज्यपाल जी ने कहा कि सामाजिक परिवर्तन समय की मांग है, इसलिये शिक्षकगण बच्चों के मन में उठ रहे सवालों का सरल निदान उनसे संवाद स्थापित कर करें, उनके भरोसे पर खरे उतरें, उनके बीच बाल-विवाह, दहेज, कुपोषण, टी.बी जैसे विषयों पर चर्चा करें तथा छात्रों की टोली बनाकर ग्रामीण क्षेत्रों में भेजें, ऐसा करने से सामाजिक बुराई दूर होगी। राज्यपाल जी ने सुझाव दिया कि ग्राम प्रधानों को भी सामाजिक सरोकारों के लिए प्रेरित करें। उन्हें सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दें तथा ग्रामीण गरीबों को लाभ दिलाने के लिये प्रेरित करें। राज्यपाल जी ने बताया कि हमारे देश में बच्चों की मृत्युदर अत्यधिक न हो, इसके लिये ग्राम प्रधानों को प्रेरित करें कि उनकी ग्राम सभा में शत्-प्रतिशत प्रसव अस्पताल में ही हो तथा कुपोषण एवं क्षय रोग के निदान हेतु आंगनवाड़ी केन्द्र को सुविधा सम्पन्न बनाने के साथ ही ग्रामीण गरीबों के आयुष्मान कार्ड बनवाने में पूर्ण सहयोग करें। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के शिक्षकगण एवं अन्य स्टाफ परिसर से बाहर निकलें और कम से कम वर्ष में एक बार अपने परिवार के साथ आंगनबाड़ी केन्द्र का भ्रमण करें वहां बच्चों से संवाद करें तथा उनको फल एवं मिठाई दें। ऐसा करने से उनमें भी आत्मविश्वास जागेगा। वे भी संस्कारवान बनेंगे तथा समाज की मुख्यधारा में जुड़कर आगे बढ़ेंगे। राज्यपाल जी ने छात्रावास में रह रही छात्राओं के लिये सुझाव दिया उनको भी कभी-कभी ‘‘खुद बनाओ खुद खाओ’’ श्रृंखला के तहत खाना बनाना चाहिये, ऐसा करने से वे अच्छा खाना बनाना सीख सकेंगी। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार यदि प्रतिदिन पांच मिनट विश्वविद्यालय के कुलपति वित्त नियंत्रक, परीक्षा नियंत्रक और रजिस्ट्रार विश्वविद्यालय की गतिविधियों पर विचार-विमर्श करें तथा सप्ताह में एक दिन विभागाध्यक्षों के साथ बैठकर विचार-विमर्श किया जाये तो विश्वविद्यालय की समस्त स्थानीय समस्याओं का निदान किया जा सकता है।
राज्यपाल जी ने नैक प्रस्तुतीकरण के पश्चात् विश्वविद्यालय की समीक्षा बैठक की तथा निर्देश दिये कि विश्वविद्यालय में चल रही नियुक्ति प्रक्रिया पूर्ण पारदर्शिता के साथ त्रुटिरहित होनी चाहिये। उन्होंने कहा कि वित्तीय क्रिया-कलापों के लिये न्यूनतम खाते किये जाने चाहिये तथा गोपनीय मुद्रण कार्यों का भी आडिट कराया जाये। उन्होंने सुझाव दिया कि विगतवर्षों में परीक्षा में उपभोग हुई परीक्षा पुस्तिकाओं का आकलन करने के बाद वर्तमान आवश्यकता को ध्यान में रखते हुये ही उनका मुद्रण कराया जाये ताकि किसी भी प्रकार के अपव्यय को रोका जा सके। उन्होंने राजभवन द्वारा तैयार किये गये पोर्टल पर सूचनाओं को अपलोड करने के भी निर्देश दिये।
इस अवसर पर राज्यपाल अपर मुख्य सचिव श्री महेश कुमार गुप्ता, विश्वविद्यालय के कुलपति श्री नरेन्द्र कुमार तनेजा, ओ0एस0डी0 शिक्षा श्री पंकज एल0 जॉनी, कुलसचिव धीरेन्द्र कुमार, वित्त अधिकारी शिव कुमार गुप्ता सहित विश्वविद्यालय के वरिष्ठ शिक्षकगण उपस्थित थे।

विज्ञापन बॉक्स